होलसेल दवाइयों का सवा दो करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित
दवाइयों व स्वास्थ्य सेवाओं को पंजाब बंद से बाहर रखा गया था।
जागरण संवाददाता, जालंधर:
दवाइयों व स्वास्थ्य सेवाओं को पंजाब बंद से बाहर रखा गया था। इसके बावजूद दहशत के चलते रिटेल दवाइयों की करीब 60 फीसद दुकानें खुली रहीं और होलसेल दवाइयों की दुकानें बंद रहीं। हड़ताल के चलते दवाइयां लेने वाले लोगों व अस्पताल जाने वालों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। इसके बावजूद दुकानों में ग्राहकों का टोटा रहा। वहीं होलसेल दवाइयों की दिलकुशा मार्केट बंद होने की वजह से रिटेल कैमिस्टों व ग्राहकों को परेशानियों से जूझना पड़ा। होलसेल कैमिस्ट आर्गेनाइजेशन के प्रधान रिशु वर्मा का कहना है कि बंद की सूचना मिलने के बाद वीरवार बाद दोपहर को मार्केट बंद करने का फैसला किया था। जिले में करीब 510 होलसेल दवाइयों की दुकानें हैं। हड़ताल की वजह से तकरीबन सवा दो करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ। रिटेल कैमिस्ट एसोसिएसन के प्रधान संजय सहगल की माने तो 50 से 60 फीसद दवाइयों की दुकानें खुली थी और बंद की वजह से ग्राहक न आने से 50 फीसद से अधिक कारोबार में गिरावट आई। पावरकॉम के कैश काउंटरों पर जमा हुए 1.75 करोड़ रुपये
जागरण संवाददाता, जालंधर: पावरकॉम के अधिकारियों व कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगाकर किसानों के संघर्ष को समर्थन दिया है। वहीं दूसरी तरफ जालंधर सर्किल के सभी डिविजनों के बिल काउंटर खुले रखे। काउंटर खोले जाने का उद्देश्य यही था कि उपभोक्ता को बिल जमा करवाने संबंधी किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। पावरकॉम के कैश काउंटरों पर 1.75 करोड़ रुपये उपभोक्ताओं ने जमा करवाए। वहीं दूसरी तरफ विभाग की सख्ती के बाद डिफाल्टर उपभोक्ताओं ने काउंटरों पर 86 लाख रुपये जमा करवाए। पावरकॉम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरजिदर सिंह बांसल ने कहा कि पंजाब बंद को लेकर काले बिल्ले लगाकर किसानों के संघर्ष को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि 76 डिफाल्टर उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए हैं। कनेक्शन काटे जाने पर उपभोक्ताओं ने 86 लाख रुपये जमा करवाए।