सोने के दाम बढ़ने के बावजूद ज्वेलरी मार्केट में रौनक बरकरार
धनतेरस व दीपावली के बाद भी शहर की ज्वेलरी मार्केट में रौनक बरकरार है। कोई ज्वेलरी खरीद रहा है तो कोई अपनी पसंद की ज्वेलरी का आर्डर दे रहा है।
शाम सहगल, जालंधर
धनतेरस व दीपावली के बाद भी शहर की ज्वेलरी मार्केट में रौनक बरकरार है। कोई ज्वेलरी खरीद रहा है तो कोई अपनी पसंद की ज्वेलरी का आर्डर दे रहा है। इसका कारण कोई फेस्टिवल नहीं बल्कि वेडिग सीजन है। चार महीने बाद शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त आए हैं। इन मुहूर्त के साथ बाजार की रौनक भी लौट आई है। खास बात है कि माह भर में सोने के दामों में मामूली इजाफा होने के बावजूद मांग में बढ़ोतरी हुई है। यह रौनक आने वाले एक माह तक यथावत रहेगी। इस बार ज्वेलरी के ट्रेंड में भी बदलाव हुआ है। गोल्ड के अलावा प्लेटिनम व डायमंड की मांग भी बढ़ी है। सफेद धातु की आकर्षक लुक व दाम भी लगभग समान होने के चलते इसकी डिमांड है।
----------------------------------------- दुल्हनों में बढ़ा डायमंड का क्रेज
शादी पर पहनने के लिए दुल्हनों में डायमंड का क्रेज बढ़ा है। जावेरी गुजरांवाला ज्वेलर्स जीटी रोड के रमन नेगी ने बताया कि मध्यम वर्ग भी अब डायमंड पर शिफ्ट हो रहा है। गोल्ड ज्वेलरी की तरह ही डायमंड ज्वेलरी की वापसी पर खास कटौती नहीं की जाती। इसी कारण लोग डायमंड भी ले रहे है। हलके वजन की ज्वेलरी की मांग बढ़ी
सोने के दामों में एक महीने के भीतर 1200 रुपये प्रति तोला का इजाफा हो चुका है। 22 अक्टूबर को 49100 रुपये प्रति तोला (22 कैरेट) बिक रही गोल्ड ज्वेलरी 50200 रुपये मिल रही है। यहीं कारण है कि लोग कम वजन वाली ज्वेलरी की मांग करने लगे है। धवन ज्वेलर बाजार शेखां के कुलभूषण धवन बताते है कि लोग बड़े हार के बजाय किट्टी सैट की मांग करने लगे है। एक हार सैट पांच से दस तोले में तैयार होता है। किट्टी सैट (चेन सहित) मात्र तीन तोले से शुरू होकर तैयार हो जाता है। पोलकी सैट, थर्ड फिगर रिग, झूमके व ई-रिग भी इसमें शामिल होते है। निवेशक भी दिखा रहे रुझान
सराफा बाजार के कारोबारी वरुण कुमार बताते है कि बैंकों में ब्याज की दरें कम होने के बाद से लोग ज्वेलरी पर निवेश को प्राथमिकता देने लगे है। जिस घर में कोई शादी विवाह नहीं है वह भी गोल्ड की बुकिग करवा रहा है। बाजार में भाव में तेजी की संभावना जताई जा रही है। जिसका असर बिक्री पर पड़ रहा है।