बाऊपुर गांव के करीब पहुंचा सतलुज का पानी
रोपड़ हेडवर्क्स से छोड़ा गया पानी रास्ते में ब्लॉक होने से जालंधर में सतलुत दरिया खतरे के निशान को छूते-छूते रह गया। हालांकि शाहकोट सब डिवीजन के गांव बाऊपुर की सीमा तक सतलुज का पानी पहुंचते ही वहां सभी संशाधनों के साथ एसडीएम शाहकोट नवनीत कौर बल ने कैंप लगा दिया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : रोपड़ हेडवर्क्स से छोड़ा गया पानी रास्ते में ब्लॉक होने से जालंधर में सतलुत दरिया खतरे के निशान को छूते-छूते रह गया। हालांकि शाहकोट सब डिवीजन के गांव बाऊपुर की सीमा तक सतलुज का पानी पहुंचते ही वहां सभी संशाधनों के साथ एसडीएम शाहकोट नवनीत कौर बल ने कैंप लगा दिया है। बड़ी संख्या में रेत की बोरियां तैयार करा ली गई हैं, ताकि खतरे की स्थिति बनी तो गांव के आबादी क्षेत्र को बचाने के लिए दीवार खड़ी कर दी जाए। फिलहाल जालंधर से बाढ़ का खतरा टल गया है। हालांकि डिप्टी कमिश्नर व¨रदर कुमार शर्मा ने संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र वाले तीनों एसडीएम को अगले 48 घंटे तक हालातों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में लोगों की तत्काल मदद की जा सके।
गौरतलब है कि रोपड़ हेडवर्क्स से सोमवार को दो बार में जितनी मात्रा में पानी छोड़ा गया था, उससे देर रात तक जालंधर में सतलुज दरिया का पानी खतरे के निशान को पार करने की उम्मीद थी। फिलहाल जालंधर इस खतरे से बच गया है। बारिश थमने के साथ ही मौसम साफ हो गया है। हिमाचल में भी हालात सुधरते नजर आने लगे हैं। डीसी ने कहा कि मौसम में दोबारा परिवर्तन हुआ तो भी उसके लिए प्रशासन पहले से ही पूरी तरह मुस्तैद है। उन्होंने सभी अधिकारियों को धुस्सी बंध पर पूरी तरह नजर रखने को कहा है।
इस बीच मंगलवार को सतलुज का पानी शाहकोट कसबे के गांव बाऊपुर गांव की आबादी के करीब तक पहुंचने की सूचना मिलते ही एसडीएम ने सभी राहत सामग्री के साथ गांव बाऊपुर में डेरा डाल दिया। नहरी विभाग, पंचायत के सहयोग से बालू से भरी बोरियां बड़ी संख्या में तैयार करा ली हैं। ग्रामीण भी इस काम में प्रशासन की पूरी मदद कर रहा है।
सतलुत दरिया के कैचमेंट एरिया में सरकारी मशीनरी तैनात कर दी गई है, ताकि खतरे के संकेत मिलते ही तत्काल राहत कार्य शुरू किया जा सके, ताकि कम से कम नुकसान हो। एसडीएम ने पुलिस व अन्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।