पाकिस्तान से चले नगर कीर्तन का आज शहर में होगा प्रवेश, मीट-शराब की दुकानें बंद रखने की मांग Jalandhar News
पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया की अध्यक्षता में वैस्ट हलके की संगत ने नगर कीर्तन रूट का दौरा किया तो सभी ने इसमें सहयोग देने का विश्वास दिलाया।
जालंधर, जेएनएन। श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर श्री ननकाना साहिब पाकिस्तान से शहर में तीन नवंबर को नगर कीर्तन का प्रवेश होगा, जो बाईपास से होते हुए गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, इंडस्ट्रीयल एरिया में रात को विश्राम करेगा। इसकी तैयारियों को लेकर अंतिम बैठक गुरुद्वारा साहिब के प्रांगण में हुई। कमेटी के प्रधान हरभजन सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई बैठक में विधायक बावा हैनरी व पार्षद विक्की कालिया विशेष रूप से शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने नगर कीर्तन के स्वागत में पूरा सहयोग देने का विश्वास दिलाया।
वहीं, हरभजन सिंह सैनी ने कहा कि संगत के ठहरने से लेकर लंगर तक का व्यापक प्रबंध किया गया है। इस मौके पर उनके साथ डीसीपी नरेश डोगरा, चंचल सैनी, नरिदंर सैनी, बलबीर सिंह, हरविदंर सिंह, भूपिंदर सिंह बेदी, गुरमेल सिंह सैनी, बाबा गुरचरण सिंह, सर्बजीत सिंह विरदी, जसवंत सिंह व सोहन सिंह आदि मौजूद थे।
मार्ग का किया दौरा
नगर कीर्तन को लेकर शनिवार को मार्ग का दौरा किया गया। इस दौरान पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया की अध्यक्षता में वैस्ट हलके की संगत ने नगर कीर्तन रूट का दौरा किया, तो सभी ने इसमें सहयोग देने का विश्वास दिलाया। इस मौके पर गुरदेव सिंह गोल्डी भाटिया, अमृतपाल सिंह भाटिया, गुरजीत सिंह पोपली, जसबिर सिंह, नरिदंर सिंह चीमा, अमृतपाल सिंह समलोक, जयदीप सिंह बाजवा, राकेश भारद्वाज, दीपक तनेजा व अन्य मौजूद थे।
बंद रखी जाएं अंडे-मीट व शराब की दुकानें
अंतरराष्ट्रीय नगर कीर्तन में विश्वभर से संगत शामिल होगी। इस पावन आयोजन के दौरान नगर कीर्तन के मार्ग पर अंडे-मीट, शराब व अन्य मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने की मांग को लेकर सिख संगठनों के प्रतिनिधि शनिवार को डीसीपी बलकार सिंह से मिले। इस पर डीसीपी ने इसके लिए आदेश जारी करने का विश्वास दिलाया। इस मौके पर सिख तालमेल कमेटी के प्रमुख तेजिदंर सिंह परदेसी, हरपाल सिंह चड्ढा, हरप्रीत सिंह नीटू, हरप्रीत सिंह, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया, गुरदेव सिंह गोल्डी भाटिया, जसबीर सिंह, गुरजीत सिंह पोपली, जयदीप बाजवा, नरिदंर सिंह चीमा, भूपिदंरपाल सिंह खालसा, अमृतपाल सिंह व अन्य मौजूद थे।