हनी ट्रैप : हेड कांस्टेबल राजा को हो गया था विजिलेंस रेड का अहसास, बांट दिए थे पैसे
जिस अफसर को सैलरी नहीं मिली, हफ्ते तक पैसे नहीं थे, अचानक 50 हजार कहां से आ गए? इसी बात से हनी ट्रैप के मास्टरमाइंड हेड कांस्टेबल राजा सिंह को विजिलेंस ट्रैप का अहसास हो गया था।
जालंधर [मनीष शर्मा]। जिस अफसर को सैलरी नहीं मिली और हफ्ते तक उसके पास पैसे नहीं थे, अचानक 50 हजार कहां से आ गए? यही सोचकर हनी ट्रैप गिरोह के मास्टरमाइंड हेड कांस्टेबल राजा सिंह को विजिलेंस ट्रैप का अहसास हो गया था। इसीलिए उसने अफसर से मिले पैसों को तुरंत तीन हिस्सों में बांटकर अलग-अलग लोगों को दे दिए थे ताकि अगर विजिलेंस आई भी तो उससे पैसे रिकवर न कर सके लेकिन वह कामयाब नहीं हो सका। विजिलेंस ने तुरंत रेड डालकर न केवल पैसे रिकवर कर लिए बल्कि राजा सिंह व उसका पूरा गिरोह भी धर दबोचा।
विजिलेंस अफसरों के मुताबिक हनी ट्रैप में फंसकर ब्लैकमेल हुआ अफसर एक हफ्ते से इन्कार कर रहा था कि उसके पास देने के लिए पैसे नहीं हैं। फिर विजिलेंस के दिए पैसे लेकर जाने के बाद हेड कांस्टेबल राजा का दिमाग इस तरफ घूमा कि कुछ तो गड़बड़ है। उसने 14 हजार रुपये एक महिला को दे दिए। 20 हजार दोस्त को पकड़ा दिए और बचे पैसे किसी तीसरे को देकर कहा कि वो बाद में वापस ले लेगा।
ब्लैकमेल हुए अफसरों की चुप्पी बना गिरोह की ढाल
अदालत से मिले तीन दिन के पुलिस रिमांड के बाद विजिलेंस की कड़ी पूछताछ के बावजूद गिरोह का मास्टरमाइंड हेड कांस्टेबल राजा सिंह और दोनों महिलाएं नहीं टूट रहीं। अभी तक उन्होंने दूसरे किसी अफसर को हनी ट्रैप में फंसा ब्लैकमेल करने की घटना को कबूल नहीं किया है। विजिलेंस अफसरों का कहना है कि राजा जानता है कि महिला के जाल (हनी ट्रैप) में फंसकर ब्लैकमेल हुए अफसर समाज में बदनामी और अपना परिवार टूटने के डर से कभी सामने नहीं आएंगे, इसलिए वो मुंह नहीं खोल रहे। विजिलेंस अफसर भी मान रहे हैं कि ऐसे अफसरों की चुप्पी ही उनकी ढाल बनी हुई है। अभी तक किसी भी अफसर ने इस गिरोह के ब्लैकमेल किए जाने के बारे में विजिलेंस से संपर्क नहीं किया है। हनी ट्रैप में पकड़े गए इन तीनों आरोपितों को बुधवार को अदालत में पेश कर विजिलेंस फिर रिमांड मांगेगी ताकि उनसे ब्लैकमेलिंग की दूसरी घटनाओं को उगलवाया जा सके।
अफसर से कई बार मिली थी महिला, फ्लैट में बुला फंसाया
विजिलेंस की पूछताछ में हनी ट्रैप में शामिल पुलिस कांस्टेबल की तलाकशुदा पत्नी ने बताया कि वो अफसर से पहले कई बार मिल चुकी थी। साल भर पहले से उसने अफसर से बात शुरू की थी, जिसके बाद वो आपस में कई बार मिले। इसी भरोसे को कायम करने के बाद उसने अफसर को अपने फ्लैट में बुलाया। चूंकि अफसर से उसकी कई मुलाकातें हो चुकी थी, इसलिए उसे शक नहीं हुआ कि वो हनी ट्रैप में फंस चुका है। फ्लैट में पहुंचते ही चाय के बहाने बिठा कर हेड कांस्टेबल राजा सिंह से रेड कराने के बाद ब्लैकमेलिंग करने पर उसे पूरी बात समझ आई।