विजिलेंस ने एक्साइज डिपार्टमेंट के हवलदार को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा, निजी कारिंदा भी गिरफ्तार
शिकायतकर्ता रोशन लाल ने बताया कि आरोपित सुखदेव सिंह एक्साइज विभाग में हवलदार है और वह इसी तरह लोगों को धमकाकर पैसे ऐंठता है।
जालंधर, जेएनएन। सरकारी ट्यूबवेल ऑपरेटर को शराब तस्करी के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर आठ हजार रुपये की रिश्वत लेते एक्साइज विभाग में तैनात हवलदार व उसके निजी कारिंदे को विजिलेंस ब्यूरो ने रंगे हाथ दबोचा है। रिश्वत न देने पर आरोपितों ने ट्यूबवेल ऑपरेटर की मोटरसाइकिल अपने पास रख ली थी। दोनों के खिलाफ केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू की गई है।
विजिलेंस ब्यूरो के एसएसपी दलजिंदर सिंह ने बताया कि रोशन लाल पुत्र देवराज निवासी बतूरा नजदीक जंडियाला मंजकी ने विजिलेंस को शिकायत की थी। उसने बताया कि वह अपने ही गांव में वाटर सप्लाई विभाग में बतौर ट्यूबवैल ऑपरेटर काम करता है। चार दिसंबर को वह गांव ढगारा नजदीक तलवन से बाइक पर घर आ रहा था। रास्ते में उसने गांव झुग्गियां में किसी व्यक्ति से दो बोतल शराब खरीदी और घर की तरफ चल पड़ा। रास्ते में उसे प्राइवेट सफेद रंग की जीप जैसी गाड़ी में सवार चार-पांच लोगों ने रोक लिया और शराब कहां से खरीदी, इसके बारे में पूछने लगे। उसने सब कुछ बताया लेकिन वे उसे बिलगा ले गए।
शिकायतकर्ता ने बताया कि बिलगा में उन्हें हवलदार सुखदेव सिंह ने धमकाया कि अगर उसने दस हजार रुपये नहीं दिए तो उस पर एक पेटी शराब बरामद होने का पर्चा डाल देंगे। यही नहीं, उसके बाइक की चाबी अमरू नाम के व्यक्ति को बुलाकर उसे दे दी। उसे कहा गया कि पैसे देकर अपनी बाइक ले जाना। अगर पैसे नहीं दिए तो अवैध शराब का पर्चा दर्ज करवा दिया जाएगा।
कारिंदे ने कहा था- आठ हजार में भी बन जाएगी बात
रोशन लाल ने कहा कि इसके बाद अमरू ने उसे कहा कि अगर वह आठ हजार रुपये दे देगा तो भी काम बन सकता है। घर आने पर उसे पता चला कि सुखदेव सिंह एक्साइज विभाग में हवलदार है और वह इसी तरह लोगों को धमकाकर पैसे ऐंठता है। इसके बाद उसने विजिलेंस में शिकायत कर दी।
विजिलेंस ब्यूरो के एसएसपी दलजिंदर सिंह ने कहा कि शिकायत मिलते ही विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी सुखविंदर सिंह ने इंस्पेक्टर चमकौर सिंह, एसआइ मनजीतपाल सिंह, एएसआइ बजिंदर सिंह व तीन सिपाहियों की टीम बनाई। इसके बाद सिविल सर्जन दफ्तर एसबीएस नगर के मेडिकल अफसर जगदीश सिंह को शैडो गवाह और वेटरनरी अफसर जतिंदर सिंह को सरकारी गवाह बनाकर ट्रैप लगाया गया। ट्रैप के दौरान हवलदार सुखदेव सिंह और उसके प्राइवेट कारिंदे अमरू को शिकायतकर्ता रोशन लाल से आठ हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें