लॉकडाउन होते ही बढ़ जाते हैं सब्जियों के दाम
अभी तक कॉलोनियों के हिसाब से सब्जियों के दाम निर्धारित करने वाले रिटेल विक्रेताओं ने मनमानी वसूली का नया रास्ता निकाल लिया है।
शाम सहगल, जालंधर
अभी तक कॉलोनियों के हिसाब से सब्जियों के दाम निर्धारित करने वाले रिटेल विक्रेताओं ने मनमानी वसूली का नया रास्ता निकाल लिया है। अब वे वीकेंड लॉकडाउन का जमकर लाभ उठा रहे हैं। हालात ये हैं कि सोमवार से लेकर शुक्रवार तथा शनिवार व रविवार के लिए सब्जियों के अलग-अलग दाम निर्धारित किए जा रहे हैं।
सप्ताह के पहले पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक 50-60 रुपये प्रति किलो बिकने वाली सब्जी वीकेंड लॉकडाउन में 70 रुपये पहुंच जाती है। इसी तरह 100 रुपये प्रति किलो बिकने वाला मटर 130 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाता है।
नौकरीपेशा वर्ग को अधिक परेशानी
सोमवार से शुक्रवार तक जॉब करने वाले वर्ग को महंगी सब्जी खरीदनी पड़ रही है। कारण, सोमवार से शुक्रवार तक सेवाएं देने वाले वीकेंड पर ही घर की जरूरतों का सामान खरीद पाते है। ऐसे में शनिवार तथा रविवार को मंडी बंद रहने के कारण उन्हें रिटेल विक्रेताओं पर निर्भर होना पड़ता है और मजबूरी में महंगी सब्जी खरीदनी पड़ती है।
दो दिन की संभाल में खराब हो रही है सब्जियां
रिटेल सब्जी विक्रेता दीपक वर्मा बताते हैं कि शनिवार तथा रविवार को बेचने वाली सब्जियां शुक्रवार को ही खरीदनी पड़ती है। गर्मी तथा उमस के चलते इसमें से कई बार सब्जी खराब हो जाती है। इस कारण होने वाले नुकसान को देखते हुए सब्जियों के दाम बढ़ाना मजबूरी बन गया है। सामान्य दिनों व वीकेंड लॉकडाउन में सब्जियों के दाम
सब्जी सोमवार से शुक्रवार शनिवार-रविवार
गोबी 50-60 70
मटर 100 130
फलियां 60 80
करेला 30 40
घीया 30 40
टमाटर 40 60
आलू 30 35
मशरूम 125 150
अरबी 40 50