दिल्ली से डेढ़ किलो हेरोइन ला रहे जीजा और साला गिरफ्तार, दोनों पर पहले भी चल रहे कई मामले
दिल्ली से डेढ़ किलो हेरोइन ला रहे जीजा-साला को पुलिस ने लांबड़ा के पास स्थित अड्डा प्रतापपुरा से गिरफ्तार कर लिया।
जेएनएन, जालंधर। दिल्ली से डेढ़ किलो हेरोइन ला रहे जीजा-साला को पुलिस ने लांबड़ा के पास स्थित अड्डा प्रतापपुरा से गिरफ्तार कर लिया। इनमें मुख्य आरोपित जीजा यानि सुबेग सिंह उर्फ बब्बा भुक्की तस्करी के केस में सजा होने के बाद हाईकोर्ट से जमानत पर चल रहा था। पुलिस लाइन में बुलाई प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि दोनों आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
सीपी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर जंडियाला पुलिस चौकी इंचार्ज इंस्पेक्टर रेशम सिंह ने बताया कि आरोपित गांव जाने के लिए ऑटो या बस का इंतजार कर रहे थे। उसी वक्त पुलिस ने सुबेग सिंह उर्फ बब्बा निवासी गांव लाटियां थाना सुल्तानपुर लोधी जिला कपूरथला व उसके साले जतिंदर सिं उर्फ गोबिंदा निवासी गांव दौलेवाला जिला मोगा को हिरासत में ले लिया। तलाशी में उनसे डेढ़ किलो हेरोइन बरामद हुई। दोनों से आरंभिक पूछताछ में पता चला है कि सुबेग सिंह पर कपूरथला व मोगा में पर्चे दर्ज हैं।
कपूरथला के थाना सुल्तानपुर लोधी में उससे 40 ग्राम नशीला पाउडर पकड़ा गया था, जिसमें उसे तीन महीने कैद की सजा हुई थी। वहीं मोगा के थाना धर्मकोट में दर्ज केस में उससे 175 किलो भुक्की पकड़ी गई थी। जिसमें उसे 10 साल कैद व एक लाख रुपये जुर्माना हुआ था। इस केस में पांच साल की सजा काटने के बाद वो हाईकोर्ट से जमानत पर बाहर आया था और आते ही हेरोइन तस्करी में लग गया। वहीं दूसरा आरोपित जतिंदर उर्फ गोङ्क्षबदा कोट इसे खां मोगा से आइटीआइ में वेल्डर ट्रेड का कोर्स कर रहा है और सेकेंड ईयर में है। पैसों के लालच में आकर वो सुबेग सिंह के साथ नशे के धंधे में लग गया।
पैसेंजर बसें बनीं तस्करी का जरिया
दोनों की गिरफ्तारी से पुलिस को ये पता चला कि अब अपनी या किराए की गाडिय़ों के बजाय तस्करों ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए पैसेंजर बसों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। दोनों आरोपित दिल्ली से बस में बैठकर ही हेरोइन लेकर यहां पहुंचे थे। दोनों ने पुलिस को बताया कि वो जानते थे कि पैसेंजर बसों की चेकिंग पुलिस आम तौर पर दीवाली, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस या कोई अलर्ट होने पर ही करती थी, इसलिए उसमें खतरा कम रहता था। अड्डा प्रतापपुरा पर भी वो पैसेंजर बस या ऑटो में बैठकर गांव लाटियां जाने की तैयारी में थे, जब पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
अफ्रीकन तस्करों से लाए थे हेरोइन
पुलिस की जांच के मुताबिक दोनों के दिल्ली बैठे अफ्रीकन तस्करों से हेरोइन लाने की संभावना है। सीपी ने भी माना कि दोनों अफ्रीकन तस्करों के संपर्क में थे। हालांकि दिल्ली में भारतीय मूल के तस्करों से भी इनका संपर्क था। पुलिस कमिश्नर ने माना कि यह इनका तीसरा चक्कर था, जिसमें वो पकड़े गए। इससे साफ है कि दो बार पुलिस की आंखों में धूल झोंककर वो हेरोइन लाकर बेचने में कामयाब रहे।