निगम सुप¨रटेंडेंट के पूर्व चालक ने बेकरी संचालक के साथ मिलकर की थी लूटपाट
दो महीने पहले मॉडल टाउन निवासी नगर निगम की सुपरिंटेंडेंट मनजीत कौर के घर पर दिनदहाड़े घुसकर बेटे अमनजोत ¨सह पर कातिलाना हमला कर लूटपाट करने के आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
संवाद सहयोगी, जालंधर : दो महीने पहले मॉडल टाउन निवासी नगर निगम की सुपरिंटेंडेंट मनजीत कौर के घर पर दिनदहाड़े घुसकर बेटे अमनजोत ¨सह पर कातिलाना हमला कर लूटपाट करने के आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस वारदात को मनजीत कौर के पूर्व ड्राइवर गौरव चावला ने अपने दोस्त व बेकरी संचालक पवन कुमार के साथ मिलकर अंजाम दिया था। दोनों जल्दी मालामाल होना चाहते थे। दोनों के पास से लूटा गया मोबाइल, एक एयर गन, लोहे की रॉड बरामद की गई है। पुलिस ने आरोपित न्यू घई नगर निवासी गौरव चावला और बस्ती शेख में बेकरी चलाने वाले पवन कुमार उर्फ गोरा को पूछताछ के लिए दो दिन के रिमांड पर लिया है।
इसी साल 2 जुलाई को चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर रिसर्च करने वाले स्टूडेंट अमनजोत ने पुलिस को बयान दिया था कि उसकी मां नगर निगम में सुपरिटेंडेंट हैं और पिता सु¨रदर पाल ¨सह नकोदर चौक में पीसीओ चलाते हैं। अमनजोत कालेज में छुट्टियां होने के कारण अपने माता-पिता के पास आया हुआ था। दो जुलाई को उसके माता-पिता दोनों अपने काम कर गए थे जबकि सुबह करीब पौने ग्याहर बजे वह अपने घर पर दोस्त से फोन पर बातचीत कर रहा था। इसी बीच एक भिखारन ने दरवाजा खटखटाया। अमनजोत उसे पैसे देने को बाहर निकला और जैसे वह घर के अंदर प्रवेश करने लगा तो दो हथियारबंद नकाबपोश युवक आ धमके। एक युवक के हाथ में एयर गन थी और दूसरे के हाथ में रॉड थी। अभी वह कुछ समझ पाता कि उनमें से एक युवक ने रॉड से उसके सिर पर हमला कर दिया। वह खून से लथपथ वहीं पर गिर गया। दूसरे ने उसे जान से मारने की धमकी दी और कैश निकालने के लिए कहा। उसकी जेब में दो हजार रुपये थे, जो उन्होंने ले लिए। जब और कैश न होने की बात कही तो दोनों उसे अपने साथ घर के अंदर ले गए और अलमारियों की तलाशी लेने लगे। अलमारी में पड़ी घड़ियां, उसकी मां के सोने के गहने निकाल लिए। उसकी जेब से दो डेबिट कार्ड निकाले और गन प्वाइंट पर उससे पासवर्ड भी ले लिया। जाते-जाते धमकी दे गए कि यदि कैश नहीं निकला तो उसे वापस आकर जान से मार देंगे।
थाना प्रभारी ओंकार ¨सह बराड़ ने रविवार को बताया कि पुलिस ने करीब दो माह की पड़ताल के बाद आखिरकार आरोपितों को ढूंढ निकाला। पुलिस ने इन्हें ढूंढने के लिए साइंटिफिक तरीका अपनाया। घटना को जिस ढंग से अंजाम दिया गया, उससे पुलिस को किसी जानकार के शामिल होने का शक हुआ। छानबीन में पता चला कि न्यू घई नगर निवासी गौरव चावला करीब दो साल पहले तक मनजीत कौर के वाहन का चालक था। उसने यहां नौकरी छोड़ने के बाद तहसील में नक्शा पास कराने का काम शुरू कर दिया था। गौरव को पता था कि घर में कैश और गहने होते हैं। गौरव ने अपने दोस्त पवन को इसमें शामिल किया और दोनों जल्द अमीर बनने के चक्कर में लूट के रास्ते में चल पड़े। दोनों की उम्र करीब 25-26 साल है और किसी की शादी भी नहीं हुई। गौरव को उम्मीद थी कि घर से बड़ी रकम के साथ-साथ गहने भी मिलेंगे। उम्मीद पूरी न हुई तो दोनों अमन के डेबिट कार्ड साथ ले गए। यही उनके फंसने की वजह भी रही। अमन ने उनको नंबर गलत दे दिए थे। जब पैसे निकलवाने का प्रयास किया तो कार्ड ब्लॉक हो गए।