12वीं के छात्र को बंधक बना 11 लाख का सोना लूटने वाले दो गिरफ्तार
कैंट की न्यू डिफेंस कालोनी में 12वीं के छात्र को बंधक बनाकर लाखों का सोना लूटने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर मामला 72 घंटे के भीतर ही सुलझा लिया।
संवाद सहयोगी, जालंधर :
कैंट की न्यू डिफेंस कालोनी में 12वीं के छात्र को बंधक बनाकर लाखों का सोना लूटने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर मामला 72 घंटे के भीतर ही सुलझा लिया। आरोपितों की पहचान रंजीत एवेन्यू के रहने वाले सुमित और न्यू दिल्ली के बदरपुर के बिक्रम के रूप में हुई । दोनों को जालंधर कैंट के जेएनए चौक से गिरफ्तार किया गया। उनसे लूट में इस्तेमाल की गई एयरगन व लूटे गए सारे गहने भी बरामद कर लिए गए। एसीपी रविदर ने बताया कि दोनों आरोपितों को अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। प्रेसवार्ता कर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह तूर ने बताया कि दोनों आरोपित अभी रंजीत एवेन्यू में रहते थे। वहां दोनों एक टिफिन सप्लाई करने वाले के पास काम करते थे। दोनों जब आसपास सामान इत्यादि लेने जाते तो उनको पता चला कि अध्यापिका जब काम पर जाती है तो घर पर कोई नहीं होता। घर में एक 12वीं का छात्र रहता है। उन्होंने दो दिन तक रेकी की और लूट की योजना बना डाली। बिक्रम ने लूट के लिए एक एयरगन खरीदी और फिर दोनों हेलमेट पहन कर लूट के लिए घर में चले गए। सीपी ने बताया कि एसीपी रविदर कुमार और एसएचओ राजवंत कौर ने 72 घंटे में ही मामला ट्रेस कर लूटा गया सोना (तीन सोने की चेन, तीन अंगूठियां, सोने की दो चूड़ियां, पांच कानों की बालियां और दो सोने के लाकेट) बरामद कर लिया। यह है मामला
शनिवार को न्यू डिफेंस कालोनी में रहने वाली स्कूल अध्यापिका के घर से हेलमेट पहने दो युवकों ने बारहवीं के छात्र को बंधक बना कर लाखों का सोना लूट लिया था। पीड़ित छात्र जागृत ने बताया था कि उसकी माता नवदीप कौर फगवाड़ा के प्राइवेट स्कूल में टीचर है। वह सुबह करीब छह बजे ही घर से चली गईं थी। नानी राजिदर कौर गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने के लिए गई थी। जब वह घर में अकेला था तो हेलमेट पहने दो युवक घर में घुस आए और 11 लाख रुपये के गहने लूटकर चले गए। ----
ऐसे आए पकड़ में..लूट के वक्त चलाया था मोबाइल, सीसीटीवी ने बता दी लोकेशन
शनिवार को लुटेरे जब घर में घुसे तो लूट करते हुए उनको फोन आ गया था और वे वारदात के दौरान फोन निकालकर सुनने लगे थे। पुलिस को यह पता चला तो उन्होंने मोबाइल ट्रेस पर लगा दिया। इसके बाद वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरा से दोनों के निकलने की लोकेशन की जांच करवाई और वाहन नंबर भी निकल आया। इसी के चलते लुटेरे पुलिस की गिरफ्त में आ गए।