आप के दाे MLA को कनाडा में एयरपोर्ट से वापस भेजा, संधवा बोले-गलतफहमी हुई
आम आदमी पार्टी के दो विधायकों अमरजीत सिंह संदोआ और को कुलतार सिंह संधवां को कनाडा के ओटावा एयरपोर्ट से वापस भारत भेज दिया गया।
जेएनएन, जालंधर: आम आदमी पार्टी के रूपनगर से विधायक अमरजीत सिंह संदोआ और कोटकपूरा के विधायक कुलतार सिंह संधवां को कनाडा के ओटावा एयरपोर्ट से वापस भारत डिपोर्ट कर दिया गया। उन्हें पूछताछ के लिए रोका गया था। सूत्रों के अनुसार कनाडा एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने दोनों से काफी देर पूछताछ की। हालांकि, यह पता नहीं चल पाया कि उन्हें क्यों रोका गया और उनसे क्या पूछताछ हुई।
ओटावा एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कनाडा से वापस भेजा
आप के टोरंटो चैप्टर के अध्यक्ष सुरिंदर सिंह मावी ने एक न्यूज चैनल को बताया कि संधवां अपनी बहन से मिलने कनाडा आए थे, लेकिन उन्हें एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया। वहीं, रूपनगर से आप के सूचना अधिकारी रणजीत सिंह का कहना है कि हाल ही में कनाडा में हुई सिख युवकों की हत्या के बाद हुए तनाव को देखते हुए उन्हें सुरक्षा कारणों से वापस भेजा गया है। अन्य कोई कारण नहीं है।
विवाद के बारे में पत्रकारों से बात करते आप विधायक कुलतार सिंह संधवां।
दूसरी ओर, आप विधायक कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि उनको कनाडा से डिपोर्ट नहीं किया गया है। पूरा मामला गलतफहमी और संवादहीनता के कारण हुअा है। कनाडा के अधिकारी इस बात को लेकर भ्रम में थे कि उनकी यात्रा व्यक्तिगत है अथवा राजनीतिक। वहां के अधिकारियों ने कहा कि मुझे अगली बार अपने कार्यक्रम के बारे में पूर्व जानकारी देकर आएं।
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संदोआ पर महिला से मारपीट का आरोप, एडीसी पर रौब जमाने के बाद विवादों में आए थे कुलतार
गौरतलब है कि अमरजीत सिंह संदोआ रूपनगर के नूरपुर बेदी में अवैध खनन के दौरान हुई मारपीट के मामले से विवादों में आए थे। उन पर एक महिला से छेड़छाड़ और उससे मारपीट करने के आरोप भी हैं। महिला ने आरोप लगाए थे कि संदोआ उसकी कोठी पर किरायेदार थे। उन्होंने बड़े लंबे समय से किराये का भुगतान नहीं किया।
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अमरजीत सिंह संदोआ के साथ नूरपुर बेदी में पिछले महीने अवैध खनन साइट पर मारपीट का मामला काफी सुर्खियों में रहा था। विधायक संदोआ अवैध रेत खनन की सूचना मिलने के बाद वहां मीडिया और अपने कुछ समर्थकों के साथ पहुंचे थे। वहां उनका खनन करवाने वाले लोगों से विवाद हो गया और उन लोगों ने संदोआ पर हमला बोल दिया था।
जून में रेत खनन साइट पर अमरजीत संदोआ पर हमले का दृश्य। (फाइल फोटो)
बताया जाता है कि अपने साथियों के साथ हमला करने वाला अजविंदर सिंह कभी संदाेआ का करीबी था और विधानसभा चुनाव में उसने संदोआ की खुलकर मदद की थी। हमले के मुख्य आरोपित अजविंदर ने उस समय कहा था कि जिस खड्ड में काम चल रहा था वह वैध है, लेकिन विधायक संदोआ खनन के लिए महीना मांग रहे थे। उनका पीए व जीजा उसके घर आए भी थे। वह उन्हें पांच लाख दे चुका है तथा वे पांच लाख और मांग रहे थे। इस मामले पर आम आदमी पार्टी ने पूरे राज्य में प्रदर्शन किया था और इस पर खूब राजनीतिक विवाद भी हुअा था।
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उन्हें हाल ही में अदालत ने विदेश जाने की अनुमति दी थी। वहीं, कोटकपूरा के विधायक कुलतार सिंह संधवां फरीदकोट मिनी सचिवालय में एडीसी केशव हिंगोनिया (आइएएस) के साथ कहासुनी के बाद विवादों में आए थे। विधायक मनरेगा योजना में घपलेबाजी की जांच करवाने की मांग को लेकर डीसी दफ्तर में ज्ञापन देने पहुंचे थे। उन पर एडीसी पर रौब जमाने का आरोप लगा था।