शहर के विकास को लेकर मेयर की विधायकों से ठनी, निकाय मंत्री से अकेले मिले राजा
ढाई साल के कार्यकाल के बाद मेयर जगदीश राजा ने पहली बार विधायकों को दरकिनार करके पार्षदों की टीम के साथ निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिदरा से मीटिंग की है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : शहर के विकास कार्यों को लेकर मेयर और विधायकों में भी ठन गई है। करीब ढाई साल के कार्यकाल के बाद मेयर जगदीश राजा ने पहली बार विधायकों को दरकिनार करके पार्षदों की टीम के साथ निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिदरा से मीटिंग की है। इस मीटिग को लेकर विधायकों में भी नाराजगी है। मेयर राजा पहली बार स्वतंत्र रूप से काम करते नजर आए और निकाय मंत्री के सामने नगर निगम का पूरा लेखा-जोखा रखा। चंडीगढ़ में मंत्री से मुलाकात के लिए मेयर ने न तो किसी विधायक को साथ लिया और न ही किसी को इसकी भनक लगने दी।
ढाई साल के दौरान मेयर हर काम में विधायकों को आगे रखते रहे, लेकिन अब पहला मौका आया है कि वह विधायकों को साइडलाइन कर के अपने दम पर काम करने के ट्रैक पर चल पड़े हैं। आने वाले दिनों में भी मेयर ऐसे कदम उठा सकते हैं। मेयर निगम के कामों में भी विधायकों की दखलअंदाजी रोकने की तैयारी में हैं। मेयर के साथ 11 पार्षद थे। यह सभी सुबह 7.30 बजे चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए थे। मेयर के चंडीगढ़ जाने की सूचना के बाद दो विधायकों ने इस पर चर्चा भी की। एक विधायक ने तो इस बात का अंदेशा भी जताया था कि मेयर को मीटिग के लिए समय ही नहीं मिलेगा लेकिन मेयर ने मंत्री से मीटिग कर ली।
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मंत्री के कमरे से बाहर निकलते ही भड़के मेयर, मंत्री ने कहा उन्हें जानकारी नहीं
मेयर जगदीश राजा जब मंत्री से मुलाकात करके बाहर निकले तो अचानक ही भड़क गए। मेयर ने बाहर निकलते ही कहा कि जो उनके साथ यहां आए हैं, वह ही उनकी पीठ में छूरा घोंप रहे हैं। मेयर के इस गुस्से को लेकर शहर में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। ऐसी भी चर्चा रही कि मेयर के काम पर मंत्री ने नाराजगी जताई। हालांकि मंत्री ने इसे नकारा है। बाद में यह निकल कर सामने आया कि मेयर इस बात से नाराज थे कि चंडीगढ़ आने की जानकारी मीडिया को उन्हीं के साथी दे रहे हैं।
मंत्री बोले - वित्तीय मदद को तैयार, पर निगम कमाई भी बढ़ाए
शुक्रवार को मेयर सुबह ही 11 पार्षदों के साथ चंडीगढ़ में निकाय मंत्री के घर पहुंचे। हालांकि कोरोना के मद्देनजर मोहिदरा ने सिर्फ दो लोगों के साथ ही मीटिंग की। वे मेयर के साथ पार्षद जगदीश गग से ही मिले। मेयर ने करीब 10 मिनट चली मीटिग में नगर निगम की वित्तीय स्थिति, शहर में विकास के लिए जरूरी फंड के मुद्दे पर बात की। मंत्री ने भरोसा दिलाया है कि शहर के विकास के लिए पूरा सहयोग देंगे। साथ ही ये भी कहा कि निगम विकास के लिए अपनी आय भी बढ़ाए। मीटिग खत्म होने के बाद मंत्री ने अन्य पार्षदों से भी मुलाकात की। इस दौरान पार्षद गुरविदर सिंह बंटी नीलकंठ, पवन कुमार, जगदीश समराय, महिदर सिंह गुल्लू, अवतार सिंह, तरसेम लखोत्रा मौजूद रहे।
सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर भी खफा
मीटिग के लिए सीनियर डिप्टी मेयर सुरिदर कौर और डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी को भी सूचना नहीं दी गई। इससे दोनों नाराज हैं। हालांकि दोनों ही स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह रहे हैं। सुरिदर कौर का कहना है कि अब मेयर ही बता सकते हैं कि वह किस काम से गए हैं और उन्हें सूचना क्यों नहीं दी गई। हो सकता है वह कुछ बेहतर कर आएं। डिप्टी मेयर बंटी ने भी कहा कि मेयर ही इस बारे कुछ कह सकते हैं। हो सकता है कि मेयर का कोई पर्सनल काम फंसा हो।
मनोज अरोड़ा के साथ एक घंटे गायब रहे मेयर
मंत्री से मीटिग के बाद मेयर जगदीश राजा ने कांग्रेस नेता मनोज अरोड़ा को फोन किया। मनोज अरोड़ा कुछ ही देर में मौके पर पहुंच गए। इसकी किसी पार्षद को जानकारी नहीं थी। मेयर वहां से मनोज अरोड़ा की गाड़ी में ही कहीं चले गए और करीब एक घंटे बाद पार्षदों से दोबारा मिले। दोनों के बीच क्या बात हुई, इसके बारे में अभी पता नहीं चल पाया है।