परिवहन सेवाएं बंद, औद्योगिक उत्पादन रहा चालू
विधेयकों के विरोध में शुक्रवार को महानगर में सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कृषि विधेयकों के विरोध में शुक्रवार को महानगर में सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं। बस एवं रेल सेवाएं सौ फीसद बंद रहीं, जिस वजह से आवागमन संभव ही नहीं हो सका। हालांकि शुक्रवार को बंद के मद्देनजर सावधानी बरतते हुए बस व रेल परिवहन सेवाएं बंद रखने का फैसला पहले ही ले लिया गया था।
जालंधर के शहीद-ए-आजम भगत सिंह इंटर स्टेट बस टर्मिनल पर दिन भर सन्नाटा पसरा रहा और एक भी सरकारी व निजी बस गंतव्य के लिए रवाना नहीं हो सकी। पंजाब मोटर ट्रांसपोर्ट यूनियन ने निजी बसों को भी बंद रखने की घोषणा बुधवार को ही कर दी थी। पंजाब रोडवेज व पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) ने किसी बस का संचालन नहीं किया। रेलवे द्वारा भी बुधवार को आगामी तीन दिन के लिए ट्रेनों का संचालन रद रखने व कुछ ट्रेनों का संचालन आंशिक रूप से रद रखने की अग्रिम घोषणा होने के चलते दिनभर रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा पसरा रहा।
हालांकि शहर के औद्योगिक क्षेत्र पर किसानों के इस आंदोलन का ज्यादा असर नजर नहीं आया। शुक्रवार को औद्योगिक उत्पादन लगातार चलता रहा। हालांकि ग्रामीण क्षेत्र के नजदीक कुछ औद्योगिक इकाइयों ने खुद ही छुट्टी की थी, लेकिन अधिकतर औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन चलता रहा। उद्योग नगर मेन्युफैक्चरिग एसोसिएशन, गदईपुर के अध्यक्ष तेजिदर सिंह भसीन ने कहा कि किसानों के बंद की वजह से औद्योगिक क्षेत्र पर व उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ा। जालंधर इंडस्ट्रियल फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह सग्गू ने कहा कि चाहे औद्योगिक उत्पादन शुक्रवार को जारी रहा है, लेकिन इंडस्ट्री किसानों के साथ है और उनकी मांगों का समर्थन भी करती है। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस भी तैनात रही और किसी भी तरह का कोई विरोध प्रदर्शन औद्योगिक क्षेत्र में नहीं हुआ।