संगठित हुए पंजपीर के व्यापारी, कहा-किराया निकालना भी हुआ मुश्किल
15 मई तक लगाए मिनी लाकडाउन के बाद संपूर्ण लाकडाउन लगाए जाने की संभावना को लेकर जालंधर के व्यापारियों की चिता बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : 15 मई तक लगाए मिनी लाकडाउन के बाद संपूर्ण लाकडाउन लगाए जाने की संभावना को लेकर जिले के व्यापारियों की चिता बढ़ गई है। उनका आरोप है कि पहले से ही महंगाई व टैक्सों की मार तले व्यापारी वर्ग दब रहा है। लाकडाउन लगाकर रही सही कसर पूरी करने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में पंजपीर शापकिपर्स एसोसिएशन की बैठक प्रधान निर्मल सिंह बेदी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई।
बेदी ने कहा कि कई व्यापारियों को दुकानों का किराया निकालना भी मुश्किल हो चुका है। व्यापारियों को दुकानों का किराया, बिजली का बिल, बच्चों के स्कूल की फीस से लेकर राशन सहित तमाम तरह के खर्च करने पड़ रहे है। वेडिग सीजन लगातार दूसरे वर्ष कोरोना की भेंट चढ़ गया है। बेदी ने कहा कि जब भी देश पर किसी तरह की आपदा आती है तो व्यापारी सहयोग के लिए सबसे पहले आगे खड़े होते है। पिछले वर्ष व्यापारियों की संस्थाओं ने जरूरतमंदों को सहयोग दिया था। खाद्य पदार्थों पर महंगाई के चलते इस बार ऐसा करना संभव नहीं है। बैठक में मौके पर उनके साथ केवल पहलवान, हैप्पी आनन्द, बिट्टू सचडेवा, अशोक दुआ, नीरज जैन, प्रीतम शर्मा, विजय चौहान, गुलशन, अंजू, सतपाल सुखेजी, देवराज नैय्यार, अशोक आनन्द, गुरजीत सिंह, गुरप्रताप सिंह बेदी, शुभम, दीपक कुमार, विकास व वरुण मौजूद थे।