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Tokyo Olympics 2020: पंजाब में डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत के घरवालों को मायूसी के साथ गर्व, ओलिंपिक खेलने की खुशी में आतिशबाजी

Tokyo Olympics 2020 Kamalpreet Kaur Discuss Throw टोक्यो ओलंपिक में डिस्कस थ्रो प्रतियोगिता में भारतीय एथलीट कमलप्रीत कौर छठे स्थान पर रही हैं। मेडल न मिलने से घरवालों को बेशक उदासी है पर उसके ओलिंपिक खेलने का गर्व भी है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 04:55 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 08:40 PM (IST)
Tokyo Olympics 2020: पंजाब में डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत के घरवालों को मायूसी के साथ गर्व, ओलिंपिक खेलने की खुशी में आतिशबाजी
सोमवार को गांव कवरवाला में कमलप्रीत के लिए दुआ करते पारिवारिक सदस्य। जागरण

संदीप मलूजा मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)। Tokyo Olympics 2020 India Discuss Throw Player KamalPreet Kaur सोमवार को टोक्यो ओलंपिक में डिस्कस थ्रो प्रतियोगिता में भारतीय एथलीट कमलप्रीत कौर छठे स्थान पर रही हैं। मेडल न मिलने से घरवालों को बेशक उदासी है पर उसके ओलिंपिक खेलने का गर्व भी है। कमलप्रीत कौर के छठे स्थान पर रहने पर मां राजिंदर कौर की आंखों से आंसू बहने लगे। पिता कुलदीप सिंह भी उदास दिखाई दिए। इसके बावजूद पिता को बेटी के ओलिंपिक खेलने का गर्व था। मुकाबले से बाहर होने के बावजूद स्वजनों ने पटाखे चलाकर इस बात की खुशी मनाई। उधर, घर पर सुबह से लेकर प्रतिस्पर्था के अंत लोगों का तांता लगा रहा। 

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कमलप्रीत की बारी आने पर थमीं सबकी सांसें  

कमलप्रीत के घर पर सुबह से ही रोमांच का माहौल था। रिश्तेदार भी परिवार के साथ बैठकर मैच देखने पहुंचे।परिवार की ओर से घर पर भी मैच देखने की पूरी तैयारियां की गईं। टेंट हाउस से कुर्सियां मंगवाई गईं और लाबी में एलइडी लगाई गई। कुछ कुर्सियां बाहर भी बैठने के लिए रख दी गई थीं। सभी के लिए चाय-पानी की भी पूरी व्यवस्था की गई थी। गांव के लोग भी काफी गिनती में पहुंच गए थे। इसके अलावा मीडिया का भी जमावड़ा लग गया।

मलोट के गांव कबरवाला में कमलप्रीत के पदक न जीत पाने पर निराश मां को पानी पिलाता एक युवक।

प्रतियोगिता शुरू होते ही खचाखच भर गई लॉबी

मैच शुरू होने से पुरी लाबी खचाखच भर गई। परिवार के लोग मैच शुरू होने से काफी समय पहले ही एलइडी के सामने कुर्सियों पर बैठ गए। करीब साढ़े 4 बजे जैसे ही गेम शुरू हुआ तो एकदम सन्नाटा छा गया। महिलाओं और परिवार के लोग कमलप्रीत की जीत की दुआएं करने लगे।

मां राजिंदर कौर और चचेरी बहन अंदर कमरे में बैठकर गुटका साहिब लेकर बैठ गईं और जीत के लिए पाठ करने लग गईं। कमलप्रीत की बारी आने पर जब वह डिस्कस थ्रो करती थी तो परिवार के लोगों की सांसें थम जाती थीं। तीसरे राउंड में कंवलप्रीत ने अच्छा थ्रो किया तो लाबी लोगों के जोश से भर गई, तालियों और किलकारियां बजने लगीं। चौथे और पांचवें राउड में जब कमलप्रीत का प्रदर्शन निराशाजनक रहा तो परिवार के लोग भी मायूस हो गए। लेकिन इसके बावजूद सभी लोगों की उम्मीदें अंत तक बनी रहीं।

कमलप्रीत के पिता कुलदीप सिंह को बेटी के ओलिंपिक खेलने का गर्व था। स्पर्था के बाद उन्होंने आतिशबाजी करके खुशी व्यक्त की।

पिता ने कहा- कोई बात नहीं, बेटी के पास बहुत समय 

कमलप्रीत के पिता कुलदीप सिंह ने कहा कि उसकी बेटी का वजन ज्यादा है। शारीरक रूप में भारी होने और और मैच के दौरान बारिश आने से उसके पांव फिसलते रहे। उसकी बेटी से बीती रविवार की रात को हो बात हुई थी, वह मानसिक रूप से तनाव में भी थी। कोई बात नहीं। उनकी बेटी के पास बहुत समय है। वह एक न एक दिन ओलंपिक में जरूर गोल्ड मेडल जीतेगी। 

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