कनाडा में जान गंवाने वाले स्टूडेंट्स तनवीर और गुरविंदर के घरवालों पर टूटा दुखों का पहाड़ Jalandhar News
कनाडा में स्टडी वीजा पर गए जालंधर के दो युवकों समेत टांडा निवासी एक छात्रा की वहां सड़क हादसे में मौत हो गई है।
जालंधर, जेएनएन। कनाडा में स्टडी वीजा पर गए जालंधर के स्टूडेंट्स तनवीर सिंह और गुरविंदर सिंह की वहां सड़क हादसे में मौत से दोनों परिवारों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। जवान बेटों को खोने से माता-पिता और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। तनवीर (19) जालंधर के मॉडल हाउस, बैंक कालोनी निवासी लेदर व्यापारी भूपिंदर सिंह का बेटा था। वहीं गुरविंदर के पिता फोलड़ीवाल के किसान जोगा सिंह हैं। हादसे की खबर मिलने के बाद दोनों परिवारों में मातम छाया हुआ है। उन्हें सांत्वना देने के लिए रिश्तेदार और जानकार लगातार उनके घर पहुंच रहे हैं।
बैसाखी मनाकर बेटे को भेजा था कनाडा, कफन में लौटेगा घर
बैंक कालोनी निवासी लेदर व्यापारी भूपिंदर सिंह ने 14 अप्रैल को बैसाखी मनाने के बाद बेटे को कनाडा भेजा था। अब छह माह बाद ही उसका कफन में लिपटा शव भारत लौटेगा। भूपिंदर ने बताया कि चार तारीख रात करीब 11 बजे उन्हें कनाडा से पुलिस अधिकारी का फोन आया कि बेटे की सड़क हादसे में मौत हो गई है। पहले तो उन्होंने उक्त पुलिस वाले को बुरा भला कहा लेकिन बाद में जब वहां के गुरुद्वारा साहिब के हेड ग्रंथी ने बताया तो उनके पैरों तले जमीन निकल गई। जवान बेटे की मौत के बाद मां हरजोत कौर सहित पूरे परिवार का रो रोकर बुरा हाल है। भूपिंदर ने बताया कि 16 जून को ही बेटा 19 साल का हुआ था। बेटे ने कनाडा में ही जन्मदिन भी मनाया था। सारे घरवाले खुश थे कि बेटा न सिर्फ भविष्य बनाएगा बल्कि पूरे परिवार को संभाल लेगा।
उन्हें क्या पता था कि बेटा अब कभी भारत नहीं लौटेगा। उन्होंने बताया कि अब कॉलेज वाले और वहां की धार्मिक संस्थाओं ने शव जालंधर भेजने की बात कही है।
अब रोज रात को डेढ़ बजे नहीं आएगा बेटे का फोन
फोलड़ीवाल निवासी किसान जोगा सिंह को रोज डेढ़ बजे कनाडा गए बेटे गुरविंदर सिंह का फोन आता था। परिवार वालों ने कहा कि अब न तो गुरविंदर का फोन आएगा और न ही वो खुद आएगा। 17 सितंबर को ही गुरविंदर 19 साल का हुआ था। जोगा सिंह ने बताया कि तीन तारीख रात को बेटे का फोन नहीं आया तो वे फोन मिलाते रहे, लेकिन किसी ने नहीं उठाया। इसके बाद उसके रूममेट से बात की तो उसने बताया कि गुरी आया नहीं, शायद डबल शिफ्ट करता हो। उन्हें घबराहट हुई कि गुरविंदर डबल शिफ्ट नहीं कर सकता। बीते पांच माह से उसके पास कोई काम नहीं था और जब मिला तो शहर से 150 किलोमीटर दूर ब्रह्मटन में। ऐसे में उसके रूममेट से दोबारा बात की तो उसने भी फोन नहीं उठाया। उनकी बेटी ने वहां पर अपनी सहेली को फोन किया तो पता चला कि सड़क दुर्घटना में गुरी की मौत हो गई है। उसने वहां के अस्पताल में पता करवाया और उनसे फोटो मंगवाकर पहचान की।
वाट्सएप पर ऑनलाइन न हुआ तो शक हुआ बहन को
गुरविंदर की बहन प्रभजीत कौर ने बताया कि जब गुरविंदर का फोन नहीं आया तो कई बार खुद ट्राई किया। इसके बाद उसका वाट्सएप नंबर भी बंद आया तो शक हुआ। सहेली को फोन करके सारी बात बताई तो उसने पता करके बताया कि गुरिंदर अब दुनिया में नहीं रहा।
तीनों विद्यार्थी इसी साल स्टडी वीजा पर गए थे
बता दें कि कनाडा में चार अक्टूबर की रात हुए हादसे में टांडा होशियारपुर की छात्रा हरप्रीत कौर की भी मौत हुई है। तीनों इसी साल अप्रैल में स्टडी वीजा पर कनाडा के विंडसर शहर गए थे। वहां पर तीनों ने सेंट क्लेयर कॉलेज में दाखिला लिया था। चार अक्टूबर को तीनों किसी काम से किराए पर कार लेकर ऑन्टेरियो शहर गए थे। वहां से काम खत्म कर वापस कॉलेज लौट रहे थे कि वहां के समयानुसार सुबह करीब डेढ़ बजे ऑयल हेरिटेज रोड पर उनकी कार हादसाग्रस्त हो गई। दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखचे उड़ गए और तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। विंडसर शहर की धार्मिक संस्थाएं व कॉलेज प्रबंधन तीनों के शव भारत पहुंचाने के प्रयास कर रहे हैं।