वीकेंड पर बाजार सूने, समय से पहले ही गिरे शटर
सरकार द्वारा दो दिन पहले सख्त वीकेंड लॉकडाउन और अगले ही दिन इसमें राहत देने के कारण लोग असमंजस में थे।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सरकार द्वारा दो दिन पहले सख्त वीकेंड लॉकडाउन और अगले ही दिन इसमें राहत देने के कारण लोग असमंजस में थे। इसके चलते शहर के बाजारों में दिन भर वीरानगी छाई रही। पुलिस की सख्ती के डर से लोग घरों से निकलने से कतराते रहे। यही कारण था कि वीकेंड होने के बावजूद बाजारों में खरीदारों का टोटा रहा। उधर, सरकार द्वारा शनिवार को दुकानें बंद करने के लिए निर्धारित समय शाम पांच बजे से पहले ही बाजारों में दुकानों के शटर गिरने शुरू हो गए। दुकानदारों द्वारा समय से पहले ही खुद दुकानें बंद कर देने के चलते पुलिस को सख्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी।
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बाजार में रहा खरीदारों का टोटा
सरकार का फैसला स्पष्ट ना होने के कारण ही शनिवार को लोग घरों से खरीदारी करने के लिए नहीं निकले। लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के आदेशों के डर से लोगों ने घरों में ही रहना बेहतर समझा। इस कारण बाजारों में खरीदारों का टोटा रहा।
- प्रदीप शर्मा, रैनक बाजार के दुकानदार दुकानदारों के लिए बने योजना
कोरोना वायरस के कारण लगाए गए कर्फ्यू तथा लॉकडाउन के बीच दुकानदारों को कठिन दौर से गुजरना पड़ा है। जब से मार्केट खोलने की इजाजत मिली है तब से लेकर अभी तक कारोबार ट्रैक पर नहीं आया है। आए दिन नए कानून तथा योजनाओं के चलते दुकानदारों की परेशानी बढ़ गई। मंदी के दौर से गुजर रहे दुकानदारों के उत्थान के लिए सरकार द्वारा योजना बनाए जाने की जरूरत है।
- बाल कृष्ण शर्मा होमवर्क के बाद ही की जाए घोषणा
सरकार को शहर के बाजारों को लेकर किसी भी तरह की घोषणा करने के पहले होमवर्क किया जाना चाहिए। इसके बाद की गई घोषणा में परिवर्तन की गुंजाइश ही ना रहे। शनिवार को असमंजस के कारण लोग डर के मारे घरों से बाहर नहीं निकले, जिसका खामियाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ा है।
- अश्वनी शर्मा, कारोबारी