जिस स्कूल में मां ने 24 साल पढ़ाया, वहीं बेटी का पहला वेतन दान किया
बेटी ने सरकारी नौकरी हासिल करने के बाद पहला मासिक वेतन दान किया।
जासं, जालंधर : जिस स्कूल में मां ने 24 साल तक नौकरी कर बच्चों को पढ़ाया, वहीं उनकी बेटी ने सरकारी नौकरी हासिल करने के बाद पहला मासिक वेतन दान किया। सरबजीत कौर नंदनपुर स्कूल से बतौर मुख्य अध्यापिका रिटायर्ड हुई थी। उन्होंने खुद से वादा किया था कि अगर बेटी की सरकारी नौकरी लगी तो पहला वेतन स्कूल में दान करेगी। यह अनुभव खुद रिटायर्ड मुख्य अध्यापिका सरबजीत कौर ने बेटी जसकरनमीत कौर के साथ स्कूल पहुंचकर साझा किया। जसकरनमीत कौर की पावरकॉम में नौकरी लगी है। उन्होंने स्कूल के मुख्य अध्यापक गणेश भगत को चेक सौंपा। जसकरनमीत कौर ने मां के वचन को पूरा करने की खुशी व्यक्त की। उसने कहा कि यह बड़ा सौभाग्य भरा दिन था, जिस स्कूल में मां ने इतने साल तक सेवा की और वहीं उसे भी मदद के रूप में योगदान डालने का मौका मिला। गुरु पूर्णिमा पर क्लासिकल गायक अरिहंत ने लिया बीएस नारंग से आर्शीवाद
जागरण संवाददाता, जालंधर : गुरु पूर्णिमा का उपलक्ष्य में क्लासिकल गायक उस्ताद प्रो. बीएस नारंग से एलपीयू के बीटेक विद्यार्थी अरिहंत देव शर्मा ने गुरु के साथ मां सरस्वती की पूजा की। उस्ताद बीएस नारंग डीएवी कॉलेज में म्यूजिक विभाग के एचओडी थे। अरिहंत आठ वर्ष की आयु से उस्ताद नारंग से क्लासिकल म्यूजिक की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अरिहंत देव शर्मा दो बार हरिवल्लभ संगीत प्रतियोगिता में विजेता रह चुके हैं। संगीत के क्षेत्र में स्वतंत्रता व गणतंत्र दिवस पर राज्य सरकार की ओर से अवार्ड दिया जा चुका है। अरिहंत देव शर्मा ने कहा कि हर वर्ष गुरु पूर्णिमा पर उस्ताद गुरु बीएस नारंग से आर्शीवाद प्राप्त करने के लिए उनके निवास स्थान जाता हूं। उन्होंने अब तक जो क्लासिकल म्यूजिक में मुकाम हासिल किया है वह गुरु नारंग सर की बदौलत है।