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एक ही स्कूल में पढ़े थे बट्ट, सोहेल व बाकी आतंकी

जालंधर में अंसार-गजावत-उल-¨हद के सक्रिय आतंकी रफीक बट्ट, इदरिश, जादिह और सोहेल बचपन से भारत में आतंक फैलाने की तैयारी में जुटे थे। चारों ने एक साथ पहले मदरसे में पढ़ाई की, फिर ए

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 10:49 PM (IST)Updated: Mon, 15 Oct 2018 10:49 PM (IST)
एक ही स्कूल में पढ़े थे बट्ट, सोहेल व बाकी आतंकी
एक ही स्कूल में पढ़े थे बट्ट, सोहेल व बाकी आतंकी

-गिरफ्तारी से एक हफ्ता पहले चंडीगढ़ में एक रात ठहरा था बट्ट

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-नूरपुरा तराल में एक साथ पढ़े और एक साथ ट्रे¨नग ले चुके हैं पकड़े गए चारों आतंकी

-चंडीगढ़ से फ्लाइट ले गया था जम्मू, चंडीगढ़ में शरण देने वाले की तलाश में जुटी पुलिस

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सुक्रांत, जालंधर: जालंधर में अंसार-गजावत-उल-¨हद के सक्रिय आतंकी रफीक बट्ट, इदरीश, जादिह और सोहेल ने एक ही मदरसे में पढ़ाई की थी। फिर एक साथ नूरपुरा तरास, पुलावामा के सीनियर हाई स्कूल में पढ़े और फिर एक साथ ही आतंक फैलाने की ट्रे¨नग भी ली। बताया जा रहा है कि चारों को हथियार चलाने के साथ साथ विस्फोटक सामग्री से बम बनाने का तरीका भी मालूम था। सोमवार को पुलिस ने करीब 12 घंटे तक लगातार पूछताछ की जिसमें कई अहम खुलासे हुए हैं। पुलिस को इस बात की भी जांच कर रही है कि यह चारों दोस्त ही पंजाब में आतंक फैलाने के लिए जुटे हुए थे या उनके और साथी भी जालंधर या अन्य शहरों में मौजूद हैं। वहीं यह भी पता चला है कि रफीक बट्ट चंडीगढ़ में भी एक रात रुका था और अगले दिन चंडीगढ़ से जम्मू के लिए फ्लाइट ली थी। यह बट्ट की गिरफ्तारी से करीब एक सप्ताह पहले की बात है और जम्मू में एक दिन रुकने के बाद बट्ट फिर से जालंधर में अपने हॉस्टल में आ गया था। उसने वहां पर क्या किया, किससे मिला और वहां से क्या जानकारी या आदेश लेकर आया। वहां पर बट्ट किसके पास रुका था, उसे शरण देने वालों या उससे मिलने वालों में कौन कौन शामिल था, इसका पता भी पुलिस लगा रही है। वहीं अमृतसर से उठाए गए संदिग्ध कश्मीरी छात्रों की गिरफ्तारी के बारे में सोमवार को भी कोई पुष्टि नहीं की गई। पुलिस बट्ट, इदरीश और जाहिद के साथ हाल ही में पकड़े गए सोहेल से पूछताछ में अमृतसर से उठाए दोनों युवकों के संबंध जोड़ने के प्रयास कर रही है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दोनों कश्मीरी युवकों के संबंध मूसा या उसके भाई बट्ट से हैं या नहीं। वहीं, लुधियाना से पूछताछ के लिए उठाए कश्मीरी युवकों, जिनके मोबाइल में आतंकी बुहरान वानी की तस्वीर मिली थी, उनको भी पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। जांच में सामने आया कि दोनों व्यापारी थे और उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। तीन साल से बट्ट के संपर्क में रहने वाले लोगों की लिस्ट बनाई

आतंकी मूसा का भाई रफीक बट्ट करीब तीन साल से जालंधर में रह कर पढ़ाई कर रहा था और पिछले छह महीने से मूसा के संगठन का सक्रिय सदस्य था। खुफिया एजेंसियां उन लोगों की लिस्ट तैयार कर रही हैं, जो लोग तीन साल से उनके संपर्क में थे। इनमें उनके साथ रोजाना मिलने वाले वो लोग भी शामिल हैं जो सिर्फ अपने छोटे मोटे व्यवसाय के लिए ही इनसे मिलते थे। इसके अलावा उन लोगों के भी नाम भी शामिल हैं, जो उनके साथ रह रहे थे। सोहेल के पंजाब कनेक्शन खोजने में जुटी खुफिया एजेंसियां

श्रीनगर में रहने वाले मूसा साथी सोहेल को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस के सामने यह बात आई थी कि सोहेल के पंजाब के कई शहरों में कनेक्शन हैं। ऐसे में पुलिस सोहेल के पंजाब कनेक्शन को खोजने में लग गई है। बट्ट और सोहेल की गिरफ्तारी के बाद हथियार और विस्फोटक सामग्री पंजाब में लाने के लिए अलग अलग शहरों के नाम सामने आ रहे हैं, जिससे यह पता लग रहा है कि पंजाब के कई शहरों में उनके जबरदस्त कनेक्शन थे। टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज चेक करेगी पुलिस

पुलिस अब जम्मू कश्मीर से लेकर पंजाब के अलग अलग शहरों में जाने वाले टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज चेक करवाने की तैयार कर रही है। जांच में यह तो साबित हो चुका है कि पकड़े गए आतंकियों के पंजाब के अलग अलग शहरों में कनेक्शन जुड़े हुए हैं। पिछले कई सालों से शहर में रह रहे आतंकी पंजाब के अलग अलग हिस्सों में भी गए होने की आशंका है तो ऐसे में सारे टोल प्लाजा की सीसीटीवी चेक करना भी आसान नहीं होगा।


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