Move to Jagran APP

पठानकोट आर्मी कैंप गेट पर ग्रेनेड ब्लास्ट में आतंकी व पााकिस्‍तान कनेक्शन की आशंका

Pathankot Grenade Blast पठानकोट में आर्मी कैंप के गेट पर हुए ग्रेनेड धमाके में आतंकी और पाकिस्‍तानी कनेक्‍शन होने की आशंका है। इस घटना की जांच की जा रही है और इसमें इन तरह के इनपुट मिले हैं कि इस घटना में आतंकी कनेक्‍शन हो सकता है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 08:10 AM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 10:06 AM (IST)
पठानकोट आर्मी कैंप गेट पर ग्रेनेड ब्लास्ट में आतंकी व पााकिस्‍तान कनेक्शन की आशंका
पठानकाेेटआर्मी कैंप के गेट पर ग्रेनेड धमााके के बाद जांच करती स्‍टेट इंटेलिजेंस की टीम। (एएनआइ)

पठानकोट, जागरण टीम । यहां सैन्य क्षेत्र के त्रिवेणी गेट पर ग्रेनेड ब्लास्ट की घटना में आतंकी और पाकिस्‍तानी कनेक्‍शन की आशंका है। कम क्षमता वाले विस्फोटक के कारण जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन इससे कई आशंका पैदा हुई हैं।  मौके से कुछ छर्रे बरामद हुए हैं और उन्हें फारेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस और स्‍टेट इंटेलिजेंस विंग इसमें आतंकी और पाकिस्तान कनेक्शन की जांच कर रही हैं। इसके साथ ही दो बाइक सवारों द्वारा ग्रेंनेड फेंक कर आराम से निकल जाने के कारण सुरक्षा व्‍यवस्‍था पर भी सवाल उठ रहे हैं।  

loksabha election banner

हमले के बाद पठानकोट सहित जिला अमृतसर, तरनतारन व गुरदासपुर में हाई अलर्ट घोषित किया गया। जम्मू और हिमाचल प्रदेश के साथ लगती सीमाओं पर अतिरिक्त नाकाबंदी करके वाहनों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में त्रिवेणी गेट पर लगे दो सीसीटीवी की फुटेज में बाइक पर सवार दो लोगों को गुजरते देखा गया है। आशंका है कि वह ग्रेनेड फेंकने के बाद मौके से फरार हो गए। गौरतलब है कि जनवरी 2016 में पठानकोट के एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमला हुआ था। उसके बाद से यह पहली घटना है जब सैन्य क्षेत्र के गेट पर ग्रेनेड से हमला किया गया है।

पटाखों के शोर में नहीं सुना धमाका

पुलिस सूत्रों के अनुसार सैन्य क्षेत्र में रविवार रात हुए ग्रेनेड हमले की जानकारी सुबह ही जानकारी मिली। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर एक शादी समारोह में चलाए जा रहे पटाखों और बैंड के शोर में ग्रेनेड ब्लास्ट की आवाज सुनाई नहीं दी।

बमियाल सेक्‍टर में सर्च आपरेशन चलाते पुलिस के जवान। (जागरण)

बमियाल सेक्टर में दिखे संदिग्ध, जांच में कुछ नहीं मिला

ग्रेनेड ब्लास्ट के साथ ही रविवार रात साढे सात बजे बमियाल सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे जिले के गांव बरमाल जट्टां में दो संदिग्ध देखे जाने की सूचना के बाद सेना और पुलिस ने संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। ( ड्रोन से मदद से की गई जांच में कुछ नहीं मिला। गांव बरमाल जïट्टां सीमा पर अति संवेदनशील क्षेत्र में शामिल है और यहां से कई बार पाकिस्तान घुसपैठ की नाकाम कोशिश कर चुका है। पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद भी यह बात सामने आई थी कि हमला करने वाले आतंकी इसी क्षेत्र से आए थे।

बरमाल जट्टां के लोगों ने संदिग्धों को टार्च से सिग्नल देते हुुए देखा

 सर्च अभियान का जिम्मा जिला पुलिस के डीएसपी (आपरेशन) सुर्खंवदर्र सिंह व डीएसपी (ग्रामीण ) जगदीश राज ने संभाला। इसके अलावा क्षेत्र में अन्य जिलों से भी पुलिस की तैनाती की गई है। गांववासियों ने बताया कि उनका गांव सीमा से महज कुछ दूरी पर है। जिस प्रकार टार्च लिए दो व्यक्ति बार-बार एक ही स्थान पर आ रहे थे इससे उनकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही थी। बार-बार पेड़ पर टार्च की लाइट केंद्रित कर उक्त लोग कुछ ढूंढ रहे थे। हो सकता है की उक्त व्यक्ति वहां किसी को लाइट के माध्यम से सिग्नल भेज रहे हों। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में अधिकतर खेतों में गन्ने की फसल लगाई जाती है। गांव के समीप भारत पाक सीमा के निकट एक दरिया भी बहता है।

गांववासी अमरीक सिंह व स्वर्ण सिंह ने बताया कि गांव के नजदीक उनकी ओर से दो व्यक्ति टार्च के साथ देखे गए। दोनों व्यक्ति हाथ में टार्च लेकर गांव के निकट एक सफेदा के पेड़ पर बार-बार लाइट जला रहे थे। ग्रामीणों ने जब इकट्ठे होकर उनका तो वे गन्ने के खेत की ओर भाग निकले। इसके बाद ग्रामीण लौट आए। इसी बीच रात्रि करीब 9:00 बजे टार्च जलाए दो लोग एक बार फिर सफेदे के वृक्ष की ओर आते दिखाई दिए। इस पर ग्रामीणों ने पुलिस को मामले की सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर सर्च अभियान चलाया।

अतिसंवेदनशील इलाका है गांव बरमाल जट्टां

सुरक्षा की दृष्टि से सीमावर्ती एरिया की बात करें तो यह गांव बरमाल जट्टां अति संवेदनशील है। यहां पहले भी कई बार पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की नाकाम कोशिश हो चुकी है। एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद भी यह बात सामने आई थी कि हमला करने वाले आतंकी इसी ग्रामीण क्षेत्र के जरिये आए थे। हालांकि, यहां पुलिस की ओर से दूसरी लाइन आफ डिफेंस को मजबूत करने के दावे किए जाते हैं। अब एक बार फिर क्षेत्र में भारत-पाक सीमा से चंद कदम दूर संदिग्ध गतिविधियां सामने आई है जिसे लेकर पुलिस सुरक्षा बल और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो चुकी हैं।

 ब्लास्ट की आड़ में घुसपैठ की हो सकती है साजिश

सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों की मानें तो ग्रेनेड ब्लास्ट और गांव बरमाल जट्टां में संदिग्ध दिखने की घटनाओं की टाइमिंग संयोगवश सामान होने की संभावना बहुत कम है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बमियाल सीमा पार से हेरोइन व अन्य ड्रग्स की तस्करी किए जाने की कुछ घटनाएं होने के साथ ही इस रूट से सीमा पार से घुसपैठ किए जाने की भी कुछ घटनाएं हुई होने से इन्‍कार नहीं किया जा सकता। इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि पठानकोट में ग्रेनेड हमला कर सीमा पार से घुसपैठ कराए जाने की साजिश हो।

बता दें कि 2010 में बमियाल इलाके के गांव रतड़वां में पुलिस और आतंकियों में हुई मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे जबकि लश्कर के दो आतंकी मार गिराए गए थे। जुलाई 2015 में दीनानगर पुलिस थाने पर हुए आतंकी हमला करने वाले तीन आतंकी और 2016 में पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर फिदाइन हमला करने वाले पांच पाकिस्तानी आतंकी भी सीमा पार से घुसपैठ कर आए थे। हालांकि, बीएसएफ ने आतंकियों के बमियाल बार्डर से सीमा पार करने की बात को नहीं माना था, लेकिन खुफिया एजेंसियों द्वारा घुसपैठ बमियाल बार्डर से होने की ही बात कही गई थी।

बमियाल सेक्टर में कई बार दिखे सीमा पार से आए ड्रोन

जम्मू कश्मीर के जिला कठुआ से सटे बमियाल बार्डर इलाके में इस साल सीमा पार से कई ड्रोन गतिविधियां दर्ज की गई हैं। इसी वर्ष 14 मार्च को पहली बार बमियाल बार्डर पर पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया।

- 11 सितंबर को जंजियाल इलाके में लाइट देखे जाने के बाद भी सर्च आपरेशन चलाया गया था।

-  5 अक्टूबर को जैतपुर पोस्ट इलाके में भी पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया।

- 12 अक्टूबर को लासियान पोस्ट पर पाकिस्तानी घुसपैठिया पकड़ा गया था।

’ 27 अक्टूबर को टिंडा फार्वर्ड पोस्ट इलाके में पाकिस्तानी किश्ती भी बहकर आ गई थी।

धोबड़ा के पास मिली संदिग्ध कार

 पठानकोट-अमृतसर हाईवे से सटे गांव धोबड़ा रेलवे फाटक के पास पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में एक कार को अपने कब्जे में लिया। कार में कोई व्यक्ति नहीं था। पुलिस उसे थाना में ले आई। जांच से पता चला कि कार पर लगी नंबर प्लेट नकली है। पता चला है कि बीती 28 अक्टूबर को गुरदासपुर में एक कार छीनी गई थी। वहीं आशंका व्यक्त की जा रही है कि सैनिक एरिया में ग्रेनेड से हमला करने वालों ने इसे इस्तेमाल किया हो। वारदात को कार में बैठ कर अंजाम देने के बजाय उन्होंने मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया हो।

यह भी पढ़ें: पंजाब के पठानकोट में आर्मी कैंप के गेट के पास ग्रेनेड अटैक, बमियाल सेक्‍टर में ड्रोन व संदिग्‍ध दिखे

फिलहाल, थाना सदर पुलिस इस मसले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है परंतु सुरक्षा एजेंसियां इस बात को लेकर पूरी तरह से चौकस है। माना जा रहा है कि उक्त कार की कड़ियां कहीं न कहीं ब्लास्ट से जुड़ी हैं। उधर, जब थाना कानवां की प्रभारी मंजीत कौर ने कहा कि कार को कब्जे में लेकर वह जांच कर रही हैं। कार चोरी की है कि नहीं इसके बारे में अभी वह कुछ नहीं कह सकती।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.