क्या ज्ञानी हरप्रीत सिंह घुटन महसूस कर रहे हैं? छोड़ सकते हैं श्री अकाल तख्त साहिब का अतिरिक्त कार्यभार
जत्थेदार के कुछ करीबियों का कहना है कि पिछले कुछ समय से स्थिति को देखते हुए जत्थेदार जिस तरह से अकाली दल के नेताओं खरी-खरी सुनाते आ रहे हैं उससे अकाली दल के कुछ वरिष्ठ नेता नाराज हैं।
अमृतपाल सिंह, अमृतसर। 22 अक्टूबर, 2018 से तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार के साथ-साथ श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार के रूप में सेवा दे रहे सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह के कुछ नजदीकियों का कहना है कि 'जत्थेदार साहिब को अब घुटन महसूस हो रही है' और अब वह श्री अकाल तख्त साहिब का अतिरिक्त प्रभार छोड़ सकते हैं।
जत्थेदार के कुछ करीबियों का कहना है कि पिछले कुछ समय से स्थिति को देखते हुए जत्थेदार जिस तरह से अकाली दल के नेताओं खरी-खरी सुनाते आ रहे हैं, उससे अकाली दल के कुछ वरिष्ठ नेता नाराज हैं। अकाली दल का एक बड़ा हिस्सा जत्थेदार के समर्थन में है, फिर भी सिंह साहब द्वारा कही गई सच्ची बातों के कारण अकाली दल को लोगों को कभी-कभी जवाब देना मुश्किल हो जाता है। यह बात अलग है कि उनके बयान बहुसंख्यक सिखों का प्रतिनिधित्व करते हैं और आम जनता उन्हें पसंद करती है।
हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान 13 फरवरी को श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ जत्थेदार की बंद कमरे में बैठक हुई थी और जत्थेदार ने बहुत से सिख मुद्दे तब शाह के ध्यान में लाए थे। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के साथ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, मिलने का समय न मिलना भी कुछ नेताओं को परेशान कर रहा है। पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और मौजूदा मुख्यमंत्री भगवंत मान से जत्थेदार की मुलाकात भी अकाली नेताओं को बर्दाश्त नहीं है।
शिरोमणि कमेटी ने 21 अप्रैल, 2017 को तख्त श्री दमदमा साहिब के तत्कालीन जत्थेदार ज्ञानी गुरमुख सिंह की जगह ज्ञानी हरप्रीत सिंह को तख्त श्री दमदमा साहिब का जत्थेदार नियुक्त किया था। फिर 22 अक्टूबर, 2018 को अकाल तख्त साहिब के तत्कालीन जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह के इस्तीफे के बाद शिरोमणि कमेटी ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी। अब सिंह साहिब के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह (ज्ञानी हरप्रीत सिंह) काफी घुटन महसूस कर रहे हैं और जल्द ही अकाल तख्त साहिब की अतिरिक्त जिम्मेदारी छोडऩे की प्रक्रिया में हैं।
उल्लेखनीय है कि जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह साहिब अब श्री गुरु रामदास जी की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने हेतु संगत के निमंत्रण पर अमेरिका जा रहे हैं। ज्ञानी हरप्रीत सिंह अपने अमेरिका दौरे के बाद अपनी सेवाओं को लेकर आगामी निर्णय लेंगे।