बिजली के ट्रांसफार्मर से टकराई तेज रफ्तार कार, टेबल टेनिस के नेशनल खिलाड़ी की मौत
दुर्घटना के बाद गाड़ी की हालत देख कर अंदाजा लगाया जा सकता था कि दुर्घटना कितनी भीषण थी। गाड़ी का एयर बैलून भी खुल गया था लेकिन वो भी संभव की जान न बचा सका।
जालंधर, जेएनएन। बीती रात अंबेडकर भवन के पास आटो पार्टस फैक्ट्री सिकंदर आटो कार्पोरेशन के मालिक एल्डिगो ग्रीन, लांबड़ा निवासी गौरव चोपड़ा के बेटे 22 वर्षीय बेटे संभव चोपड़ा की गाड़ी रात साढ़े तीन बजे बिजली के ट्रांसफार्म से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। जोरदार धमाके की आवाज सुन पर आसपास के लोग वहां पर पहुंचे। मुश्किल से घायल संभव चोपड़ा को बाहर निकाला गया और सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक संभव चोपड़ा एपीजे कालेज में बीकाम पार्ट वन का छात्र था और राष्ट्रीय स्तर का टेबल टेनिस खिलाड़ी था। संभव की मौत की सूचना मिलते ही उसके घर पर कोहराम मच गया।
थाना छह के एएसआई जगदीश ने बताया कि मृतक संभव के चाचा सौरभ चोपड़ा के बयानों पर धारा 174 के तहत कार्रवाई कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। सौरभ ने बयानों में बताया कि संभव अपने परिवार सहित हवेली हैरीटेज पैलेस में अपने रिश्तेदार की शादी के समारोह में गया था। रात साढ़े तीन बजे वो घर वापिस जा रहा था कि गाड़ी बेकाबू हो गई और बिजली के खंभे से जा टकराई। उन्होंने इसमें किसी का कसूर न होने की बात कह कर किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई करवाने से इंकार किया है।
दुर्घटना में जान गंवाने वाले संभव की एक पुरानी तस्वीर।
शहर ने खो दिया होनहार खिलाड़ी, हर चैंपिशनशिप में था अव्वल
संभव की मौत की सूचना जब हंसराज स्टेडियम के कोचों व अन्य खिलाडिय़ों को पता चली तो वह हैरान रह गए। संभव चोपड़ा ने अंडर-15 से अंडर-21 तक टेबल टेनिस की राज्य व राष्ट्रीय स्तर की टेबल टेनिस प्रतियोगिता में टॉप थ्री में रहा था। छोटे खिलाडिय़ों को भी अपने साथ खिलाता और सिखाता था। स्टेडियम के खिलाडिय़ों को क्या पता था संभव द्वारा दो दिन किए अभ्यास के आखिरी दिन थे। मनीष भारद्वाज ने बताया कि बीते शुक्रवार व शनिवार को स्टेडियम में अभ्यास करके गया था। खेल के वह पढ़ाई में काफी अच्छा था। अंतिम टूर्नामेंट फिरोजपुर में हुई स्टेट टेबल टेनिस चैंपियनशिप था। जिसमें संभव ने स्वर्ण पदक हासिल किया था। जून 2020 में पंजाब रैकिंग टेबल टेनिस टूर्नामेंट शुरु होना था। बीकॉम की परीक्षा खत्म होने के बाद टूर्नामेंट की तैयारी में जुटना था।
बहन को साथ चलने के लिए कहा था संभव ने, उसने कर दिया था मना
संभव परिवार सहित एक फंक्शन में हिस्सा लेने गया था। घर लौटते वक्त संभव ने अपनी बहन से कहा कि वह उसके साथ बैठ जाए लेकिन उसने मना कर दिया और बाकी घरवालों के साथ बैठ कर निकल गई। संभव अकेला ही गाड़ी लेकर निकल गया और रास्ते में दुर्घटना का शिकार हो गया।
कोच से गोल्ड लाने का किया था वायदा
जून में टेबल टेनिस टेनिस टूर्नामेंट शुरु होना था। संभव ने कोच को कहा था कि बीकॉम की परीक्षा खत्म होने के बाद तैयारी में जुट जाना है। इस बार स्वर्ण पदक अपने नाम करना है। परीक्षा के दौरान टूर्नामेंट में हिस्सा जरुर लेता था। कोच ने कहा कि अगर संभव टूर्नामेंट की तैयारी नहीं भी करता , फिर भी शानदार खेल का प्रदर्शन कर कोई कोई पदक हासिल कर लेता।
खुला एयर बैलून भी जान न बचा पाया
हादसा कितना भयंकर था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दुर्घटना के बाद कार का एक्सल टूटकर अलग हो गया।
दुर्घटना के बाद गाड़ी की हालत देख कर अंदाजा लगाया जा सकता था कि दुर्घटना कितनी भीषण थी। गाड़ी का एयर बैलून भी खुल गया था लेकिन वो भी संभव की जान न बचा सका। गाड़ी का एक टायर तो एक्सल से टूट कर अलग हो गया था और आधी से ज्यादा छत ही उड़ गई थी। वहीं बिजली का ट्रांसफार्मर भी टेढ़ा हो गया था और हाईवोल्टेज तारें जमीन पर आ गिरी।