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Surgical Strike2: शहीदों के परिजन बोले- अब पहुंची कलेजे में ठंडक

शहीदों के परिजनों ने कहा कि अब जाकर उनके कलेजे में ठंडक पहुंची। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सर्जिकल स्ट्राइक का समर्थन करते हुए कहा कि वायुसेना ने महान कार्य किया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 26 Feb 2019 11:38 AM (IST)Updated: Tue, 26 Feb 2019 02:31 PM (IST)
Surgical Strike2: शहीदों के परिजन बोले- अब पहुंची कलेजे में ठंडक
Surgical Strike2: शहीदों के परिजन बोले- अब पहुंची कलेजे में ठंडक

तरनतारन/रूपनगर/मोगा [धर्मवीर सिंह मल्हार]। भारतीय वायुसेना ने आखिरकार पाक की सरजमीं में घुसकर पुलवामा हमले का बदला ले लिया। सर्जिकल स्ट्राइक के जरिये जांबाजों ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया तो शहीदों के परिजनों के कलेजों को ठंडक पहुंची। पुलवामा हमले के बाद पूरा देश गुस्से में था। शहीदों के परिजनों ने कहा कि अब जाकर उनके कलेजे में ठंडक पहुंची। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सर्जिकल स्ट्राइक का समर्थन करते हुए कहा कि वायुसेना ने महान कार्य किया है।

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मंगलवार सुबह जैसे ही सर्जिकल स्ट्राइक की भनक तरनतारन जिले के गांव गंडीविंड पहुंची तो सीआरपीएफ के शहीद जवान सुखजिंदर सिंह के परिजनों ने खुशी मनाई। शहीद की पत्नी सरबजीत कौर का कहना है कि आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर भारत ने अच्छा कदम उठाया है। शहीद के भाई गुरजंट सिंह का कहना है कि भारतीय फौज द्वारा जिस तरह बदला लिया गया है उसे हमारे देश के जवानों का मनोबल बढ़ेगा। शहीद सुखजिदर सिंह के पिता गुरमेल सिंह व मां हरभजन कौर का कहना है कि शहीदों की कुर्बानी का बदला लेकर भारत ने अपने देश की शान बढ़ाई है।

शहीद का मासूम बेटा बोला, सेना में भर्ती होकर लूंगा पापा का बदला

शहीद जैमल सिंह की पत्नी 16 फरवरी को अपने पति के पार्थिव शरीर के सामने बिलखती हुई बोल रही थी कि वह अपने बेटे को कभी फौज में नहीं भेजेगी। महज 10 दिन बाद भारतीय वायुसेना की ओर से की गई एयर सर्जिकल स्ट्राइक ने शहीद की पत्नी का मन बदल दिया। सेना की बहादुरी ने शहीद की पत्नी को एक नया हौसला दे दिया। आज खुद वह अपने बेटे को फौज में भेजकर दुश्मनों से बदला लेने की बात कहते हुए गुस्से से भर उठती है।

शहीद जैमल सिंह की पत्नी व बेटा।

मंगलवार को शहीद की पत्नी सुखजीत कौर ने कहा कि आज उनकी रूह को ठंडक पहुंची है। शहीदों की कुर्बानी को भारत सरकार ने मान दिया है। मां के साथ बेटा भी बोल पड़ा वह भी बड़ा होकर फौज में भर्ती होकर अपने शहीद पिता की कुर्बानी का बदला लूंगा। मां भी मासूम बेटी की इस दलील पर सहमत थी। आतंकी हमले में पुलगामा में मारे गए सीआरपीएफ के 44 जवानों का महज 10 दिनों में भी पाकिस्तान से बदला लिए जाने के बाद मंगलवार का पूरा बदला हुआ दिखा।

शहीद जैमल सिंह की पत्नी सुखजीत कौर ने एयर स्ट्राइक के बाद अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आज मन को बहुत ज्यादा खुशी हुई है, शहीद हुए 300 आतंकवादियों को खत्म किया गया है, आज हमारी रूह को शांति मिली है। 45 जवान शहीद हुए हैं, उनकी रूह को शांति मिली है। शहीदों की कुर्बानी का आज पूरे देश को ही नहीं पूरी दुनिया को मान है। बदला लेकर उनकी कुर्बानी का मान भारत सरकार ने रखा है।

सुखजीत ने कहा कि अभी कुछ और बदले पाकिस्तान से लेने जरूरी हैं ताकि पाकिस्तान की आने वाली दस पीढ़ियों की रूह कांपने को मजबूर हो जाए। पाकिस्तान परस्त आतंकियों ने पीठ पर वार किया है, हमारी सेना लड़ने को तैयार हैं, बहादुर सेना है। पाकिस्तान में हिम्मत है तो सामने आकर लड़े। पीछे से तो भारत भी कई बार वार कर सकता था, लेकिन भारत कायर नहीं है।

शहीद जैमल सिंह की मां सुखबिंदर कौर का कहना है कि बेटा आतंकी हमले में शहीद हुआ था तब इस मां का मन बहुत टूटा था, लेकिन आज भारतीय फौज की कार्रवाई से मन बहुत खुश हुआ है। भारत सरकार को ये कार्रवाई जारी रखनी चाहिए, ताकि पाकिस्तान का जमीर हिल जाय, दोबारा किसी निर्दोष की जान लेने से पहले उनकी रूह कांप उठे। वे फिर पुलवामा जैसे कृत्य की हिम्मत न जुटा सकें।

सर्जिकल स्ट्राइक ने शहीद परिवारों के जख्मों पर मरहम का काम किया

पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए दीनानगर के मनिंदर सिंह के पिता सतपाल अत्री ने सर्जिकल स्ट्राइक पर कहा कि इससे उन सभी परिवारों को राहत मिली है जिनके परिवार के सदस्य शहीद हुए हैं। भारतीय सेना को समय-समय पर आतंवादियो के खिलाफ ऐसे सर्जिकल स्ट्राइक करते रहना चाहिए।  सतपाल ने कहा कि उनका छोटा बेटा लख़वीश सिंह भी सीआरपीएफ पैरामेडिकल विंग में तैनात है। जरूरत पड़ने पर वह भी देश के लिए कुर्बानी देने को तैयार है। सरकार को आंतकवादियो को हर हाल में खत्म किया जाना चाहिए। जब तक आंतकवादियों का खात्मा नहीं होगा तब तक अमन का होना मुश्किल है।

शहीद मनिंदर सिंह के पिता सतपाल अत्री व भाई लखवीश सिंह।

शहीद के छोटे भाई लख़वीश सिंह जो खुद सीआरपीएफ पैरामेडिकल विंग में तैनात है का कहना है कि सरकार द्वारा पाकिस्तान पर किया गया सर्जिकल स्ट्राइक बहुत बढ़िया कदम है। आतंवादियों पर आगे भी ऐसे हमले होते रहना चाहिए। कहा कि यह कार्रवाई शहीद हुए जवानों के परिवार के सदस्यों के जख्मों पर मरहम का काम करेगी। उन्होंने कहा कि वो भी फौजी हैं और जरूरत पड़ने पर वो भी देश के लिए शहादत दे सकते हैं।

कार्रवाई पर गर्व

शहीद कुलविंदर सिंह के पिता।

पुलवामा में शहीद हुए रूपनगर सीआरपीएफ जवान कुलविंदर सिंह के पिता दर्शन सिंह का कहना है कि भारतीय वायुसेना की कार्रवाई पर उन्हें गर्व है। इससे उनके कलेजे में ठंडक पहुंची है। उन्होंने कहा कि  जो कार्रवाई वायुसेना ने अभी की है वह पुलवामा हमले से पहले कर दी जानी चाहिए थी।


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