देवताओं की परीक्षा में सफल हुए हनुमान : सैनी
प्रभु श्री राम के काज को चले पवन पुत्र हनुमान की राह में आने वाली तमाम रुकावटें खुद ही दूर होती जा रही थीं। देवाताओं ने भी श्री हनुमान का बल और बुद्धि देखने के लिए सागर के बीच परीक्षा ली, जिसे वह बड़ी आसानी से पास कर गए।
जागरण संवाददाता, जालंधर : प्रभु श्री राम के काज को चले पवन पुत्र हनुमान की राह में आने वाली तमाम रुकावटें खुद ही दूर होती जा रही थीं। देवाताओं ने भी श्री हनुमान का बल और बुद्धि देखने के लिए सागर के बीच परीक्षा ली, जिसे वह बड़ी आसानी से पास कर गए। यह प्रवचन श्री देवी तलाब मंदिर में मंगलवार को सनातन धर्म प्रचार मंडल की ओर से आयोजित श्री सुंदरकांड पाठ के दौरान प्रधान सुखदेव सैनी व मदन लाल ने दिए।
उन्होंने कहा कि देवाताओं ने श्री हनुमान के बल और बुद्धि की परीक्षा के लिए सुरसा को सागर में भेजा। सुरसा ने श्री हनुमान को खाने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने अपना मुंह खोला और श्री हनुमान जी बड़ी ही होशियारी के साथ छोटा-सा रूप धारण कर मुंह में घुस कर तुरंत वापिस लौट आए। हनुमान ने कहा कि वह तो आपके मुंह से होकर भी बाहर आ गए हैं। उन्होंने आपका वचन पूरा कर दिया है। अब उन्हें आगे जाने का मार्ग दें। सुरसा श्री हनुमान की बुद्धि देख बहुत प्रसन्न हुई और उन्हें राम काज में सफलता हासिल करने का आशीर्वाद दिया।
इस दौरान भक्तों ने श्री हनुमान चालीसा, श्री बजरंग बाण, श्री हनुमाष्टक का भी पाठ कर जय श्री राम के जयघोष लगाए। इस मौके पर सतीश भाटिया, रमेश मेहंदीरत्ता, राकेश महाजन, अश्विनी चावला, यश पाल, राकेश सुनेजा, उमा सागर, सतीश गुल्यानी, अजय देवा, प्रदीप पुजारी, रवि, ¨बदी, राजू, गोपाल ग्रोवर, रघुबीर ¨सह, संयोगिता शर्मा, उर्षवी, पूनम, स्नेह लता, शशी, पुष्पा, प्रवीण तथा डेजी सुनेजा के अलावा अन्य राम भक्त मौजूद थे।