बच्चों को पंथक मर्यादा से जोड़ रही श्री सुखमणि साहिब सेवा सोसायटी
बच्चों को सिख धर्म तथा पंथक मर्यादा का ज्ञान दे रही संस्था श्री सुखमणि साहिब सेवा सोसायटी 48 साल की हो गई है।
जालंधर, शाम सहगल : बच्चों को सिख धर्म तथा पंथक मर्यादा का ज्ञान दे रही संस्था श्री सुखमणि साहिब सेवा सोसायटी ने 48 साल पूरे कर लिए हैं। वर्ष 1973 में महिदर सिंह चमक ने संस्था की शुरुआत की थी। बतौर प्रधान चमक आज भी संस्था से जुड़े हैं और जिले के सभी गुरुघरों में समागम कर बच्चों को सिख धर्म का ज्ञान दे रहे हैं। चमक के मुताबिक उनका मुख्य उद्देश्य बच्चों को बचपन से ही धर्म के साथ जोड़कर सामाजिक कुरीतियों तथा गलत संगत से दूर रखना रहा है।
उन्होंने बताया कि वह जब भी किसी की नशे से मौत की खबर सुनते थे तो व्यथित हो जाते थे। परमात्मा के दिए इस अनमोल शरीर को नशे में बर्बाद करने वालों को जीवन की सही दिशा नहीं दिखाई गई। तब उन्होंने बच्चों को धर्म, अध्यात्म व सच्चाई की राह पर चलने को प्रेरित करने के लिए श्री सुखमणि साहिब सेवा सोसायटी गठित की। संस्था में धर्म का ज्ञान रखने वाले बुद्धिजीवि शामिल किए। संस्था गुरुघरों में बच्चों को श्री सुखमणि साहिब के पाठ से लेकर गुरुओं की जीवनी तथा श्री गुरु ग्रंथ साहिब के श्लोकों का अर्थ बताती। उद्देश्य समाज में जागरूकता लाना था। समय के साथ और लोग जुड़ते गए। अब संस्था से 70 लोग जुड़े हैं। अब जिले के बाहर भी गुरुघरों में कैंप लगाकर बच्चों को पंथक मर्यादा का ज्ञान दिया जा रहा है।
महिदर सिंह चमक बताते हैं कि अगर बच्चों को सही दिशा दिखा दी जाए तो वह ताउम्र इससे जुदा नहीं होते। सिख गुरुओं की महान जीवनी से बच्चों को अवगत करवाकर उनमें भी समाज के प्रति कुछ करने का जज्बा पैदा किया जा सकता है।
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा गुरुदेव नगर में लगाया कैंप
सोसायटी ने गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा गुरुदेव नगर में कैंप लगाया। इसमें चमक, इंद्रपाल सिंह बस्ती शेख तथा गुरमुख सिंह ने बच्चों को गुरबाणी का ज्ञान दिया। बेहतर प्रदर्शन करने पर हरलीन कौर, तेजसप्रीत कौर व हरअसीस सिंह को सम्मानित किया गया। प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजिदर सिंह मिगलानी तथा हरप्रीत सिंह बिट्टू ने सोसायटी के कार्यो को सराहा और हरसंभव सहयोग देने का विश्वास दिलाया। अरदास के उपरांत गुरु का अटूट लंगर वितरित हुआ। इस मौके पर सोसायटी के सदस्य जसपाल सिंह चावला, हरजीत सिंह मिगलानी, जतिदर सिंह, सुखबीर सिंह, महिदर सिंह खुराना, इंद्रराज राज सिंह चड्ढा व अरविदर पाल सिंह चावला सहित सदस्य मौजूद थे।