कोरोना की मार के बावजूद पंजाब की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री में आई जान, देश-विदेश से मिलने लगे आर्डर
पंजाब में कोरोना की मार और कर्फ्यू के बावजूद खेल उद्याेग में नई जान आ रही है और काम शुरू हो गई है। पंजाब की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को देश-विदेश से आर्डर मिलना रहा है।
जालंधर, [कमल किशोर]। पंजाब में साइकिल, ट्रैक्टर, कंबाइन, होजरी और टैक्सटाइल इंडस्ट्री के बाद अब स्पोर्ट्स इंडस्ट्री में भी उत्पादन शुरू हो गया है। इससे राज्य के स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को नई जान मिली है। डेढ़ महीने बाद शुरू हुई इंडस्ट्री को देश और विदेश से करीब 44 करोड़ रुपये के आर्डर प्राप्त हुए हैैं। इसके बाद जालंधर में खेल इंडस्ट्री की करीब 2200 इकाइयों में से 70 फीसद इकाइयों ने उत्पादन शुरू हो गया है।
अप्रैल में विदेश से मिले आर्डर हुए थे रद, अब विदेश के खरीरदार फिर करने लगे फोन
उद्यमियों के अनुसार खेल इंडस्ट्री के साथ करीब डेढ़ लाख श्रमिक प्रत्यक्ष और एक लाख श्रमिक अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैैं। इनमें से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े करीब 30 फीसद श्रमिकों को काम पर बुला लिया गया है। उनकी सेहत सुरक्षा के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ ही श्रमिकों को सेनिटाइजर और मॉस्क भी उपलब्ध करवाए गए हैैं।
उद्यमियों के अनुसार मार्च और अप्रैल में यूरोपीय देशों से जो आर्डर मिले हुए थे उन्हें वहां के खरीदारों ने कोरोना संकट बढऩे पर रद कर दिया था। परंतु अब खरीददारों के दोबारा फोन आने शुरू हो गए हैैं और करीब 40 करोड़ रुपये के आर्डर मिल चुके हैैं।
40 करोड़ रुपये के आर्डर विदेश से तो चार करोड़ के आर्डर घरेलू मार्किट से मिले
इसके अलावा देश के अन्य राज्यों से भी आर्डर आने शुरू हो गए हैैं। हालाकि अभी केवल चार करोड़ रुपये के आर्डर ही मिले हैैं परंतु उन्हें उम्मीद है कि लॉकडाउन में जैसे जैसे छूट मिलती जाएगी आर्डर भी बढ़ते जाएंगे। इस समय क्रिकेट बैट, टैनिस बॉल, फुटबाल, वॉलीबाल, बास्केटबाल, रग्बी खेल उत्पाद सहित जिम से संबंधित उत्पाद बनाने का काम शुरू हो चुका है।
अभी रॉ मैटीरियल उपलब्ध, एक महीने बाद बढ़ सकती है दिक्कत
उद्यमियों का कहना है कि खेल इंडस्ट्री के पास करीब एक महीने तक का रॉ मैटीरियल पड़़ा हुआ है। बैट तैयार करने में प्रयोग होने वाला धागा, स्टीकर, फुटबाल रबड़, कपड़ा, नाइलोन धागा रॉ मैटीरियल की आने वाले समय में जरूरत पड़ेगी। परंतु मैटीरियल उपलब्ध करवाने वाली दुकानें अभी बंद हैैं। अगर यह दुकानें न खुलीं तो दिक्कत बढ़ सकती है। सरकार को खेल रॉ मैटीरियल की रिटेल दुकानें खोलने की छूट देनी चाहिए ताकि समस्या का समय रहते समाधान हो सके।
--
'' इंडस्ट्री में उत्पादन शुरु हो चुका है। घरेलू मार्किट खुलने से इंडस्ट्री को करीब चार करोड़ रुपए के नए आर्डर मिले है। वहीं फ्रांस, जर्मनी, रूस, पुर्तगाल, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैैंड, स्पेन आदि देशों के खरीददारों ने दोबारा आर्डर दिए हैैं।
- आशीष आनंद, चेयरमैन, स्पोर्ट्स एंड टॉय एक्सपोर्टर एसोसिएशन।
-------
'' हमने 30 फीसद श्रमिकों के साथ उत्पादन शुरू कर दिया है। विदेशी खरीददार से मिले बैट बनाने के आर्डर को पूरा किया जा रहा है। सरकार और सेहत विभाग के सभी आदेशों का पालन किया जा रहा है।
- अमित शर्मा, एमडी, स्पार्टन स्पोर्ट्स।
-----
'' इंडस्ट्री में उत्पादन का काम शुरु हो चुका है। धीरे-धीरे उत्पादन बढ़ाया जा रहा है। फिलहाल पेंडिंग आर्डर को पूरा किया जा रहा है। घरेलू मार्किट खुलने से इंडस्ट्री को आर्डर मिल रहे हैैं।
- नितिन महाजन, एमडी, एवीएम स्पोर्ट्स।
-----
'' इंडस्ट्री में उत्पादन शुरू होने के बाद श्रमिकों के पलायन पर भी असर पड़ेगा। श्रमिकों की सुविधा का खास ख्याल रखा जा रहा है। इंडस्ट्री को आर्डर मिलने लगे हैैं और जल्द ही हालात और सुखद होने की उम्मीद है।
- संजय कोहली, एमडी, रक्षक स्पोर्ट्स।
यह भी पढ़ें: VIDEO: विशेष ट्रेनों में जा रहे श्रमिकाें के खर्च का श्रेय लेने में जुटी कांग्रेस, MLA राजा वडिंग बांटे पर्चे
यह भी पढ़ें: पंजाब के होजरी व टेक्सटाइल उद्योगों में लौटने लगी रौनक, उद्यमियों को मिले 256 करोड़ के आर्डर
यह भी पढ़ें: HC के नोेटिस से दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर मामले में नया मोड़, मनोहर सरकार दायर करेगी जवाब
यह भी पढ़ें: मंत्रियों व मुख्य सचिव में कहासुनी पर गर्माई पंजाब की सियासत, जानें विवाद की पूरी कहानी
यह भी पढ़ें: हरियाणा सचिवालय से जुड़े सोनीपत शराब घोटाले के तार, आने लगा सियासी रंग
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें