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खेल इंडस्ट्री को दो दशक से नहीं मिला स्किल व आरएंडडी सेंटर

जालंधर की खेल इंडस्ट्री के साथ पिछले दो साल से विभिन्न पार्टियों के प्रतिनिधि खेल की खेल रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 06:30 AM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 06:30 AM (IST)
खेल इंडस्ट्री को दो दशक से नहीं मिला स्किल व आरएंडडी सेंटर
खेल इंडस्ट्री को दो दशक से नहीं मिला स्किल व आरएंडडी सेंटर

जालंधर, कमल किशोर : विश्व में खेल नगर के नाम से मशहूर जालंधर की खेल इंडस्ट्री के साथ पिछले दो दशकों से राजनीतिज्ञ सिर्फ 'खेल' ही खेल रहे हैैं। सरकारी नीतियों के कारण हजारों मैन्यूफैक्चर्स ट्रेडिग के कारोबार में बदल चुके हैं। स्किल लेबर न होने से लेदर बाल इंडस्ट्री मेरठ शिफ्ट हो चुकी है। जालंधर में आरएंडडी सेंटर खोलने के लिए उद्यमी सरकार के प्रतिनिधियों से भी कई बार मिल चुके हैं। सेंटर खोलने की मांग भी कर चुके हैं, लेकिन किसी भी राजनीतिक दल ने न तो इंडस्ट्री की सुध ली और न ही सेंटर का निर्माण करवाया। इंडस्ट्री स्किल सेंटर न होने का दंश झेल रही है।

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जालंधर की खेल इंडस्ट्री दो दशक पहले तक तीन हजार करोड़ रुपये का सालाना कारोबार करती थी। वर्तमान में कारोबार 1,900 करोड़ रुपये तक सिमट चुका है। हालांकि जालंधर इंडस्ट्री में 2,700 छोटी-बड़ी खेल इकाइयां हैैं।

जालंधर से कठुआ शिफ्ट हो चुकी है बैट इंडस्ट्री

जम्मू-कश्मीर से कश्मीरी विलो पंजाब में बैन है। इस वजह से जालंधर की बैट इंडस्ट्री कठुआ में शिफ्ट हो गई है। दस वर्ष पहले जालंधर में 350 बैट बनाने वाले यूनिट थे। अब सिर्फ 80 के करीब ही हैं। बैट तैयार करने के लिए रा मैटीरियल जैसे बैट का हैंडल, धागा, ग्रिप, स्टिकर जालंधर से कठुआ जाता है। वहां बैट तैयार होकर जालंधर आता है। अभी तक सरकार पंजाब में कश्मीरी विलो से बैन नहीं हटा पाई है। जालंधर की 80 फीसद इंडस्ट्री बैट बनाने की बजाय हैंडल लगाने का काम कर रही है। हैंडल बांस से बनता है। पंजाब में बांस की खेती खत्म हो चुकी है। अब जालंधर की बैट इंडस्ट्री सिर्फ हैंडल ही लगा रही है।

सरकार को खेल इंडस्ट्री पर देना चाहिए ध्यान : संजय कोहली

स्पो‌र्ट्स एंड टाय एसोसिएशन के चेयरमैन संजय कोहली ने कहा कि आरएंडडी सेंटर व स्किल सेंटर न होने से बैट एवं लैदर बाल इंडस्ट्री दूसरे राज्यों में शिफ्ट हो गई। जालंधर की इंडस्ट्री विश्व भर में खेल सामान एक्सपोर्ट करती है। लेबर को सही ट्रेनिग न होने से लेदर बाल इंडस्ट्री मेरठ में शिफ्ट हो गई। पंजाब में जिस मर्जी पार्टी की सरकार बने, खेल इंडस्ट्री की तरफ ध्यान देना जरूरी है।

जालंधर में स्किल सेंटर जरूरी : आशीष आनंद

स्पो‌र्ट्स एंड टाय एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन आशीष आनंद ने कहा कि खेल इंडस्ट्री को प्रफुल्लित करने के लिए सरकार से इंसेटिव मिलने चाहिए। जालंधर में स्किल सेंटर होगा तो क्वालिटी के उत्पाद तैयार होंगे। स्किल लेबर तैयार होगी। सरकार को इसकी तरफ ध्यान देना चाहिए।

किसी पार्टी ने इंडस्ट्री की मांग पूरी नहीं की : नितिन महाजन

एवीएम स्पो‌र्ट्स के एमडी नितिन महाजन ने कहा कि स्किल लेबर न होने से लेदर बाल इंडस्ट्री मेरठ में शिफ्ट हो गई। पहले 70 लेदर बाल तैयार करने वाले यूनिट थे। इंडस्ट्री सरकार से स्किल डेवलपमेंट सेंटर की मांग कर रही है, ताकि लेबर को स्किल किया जा सके। किसी पार्टी के नुमाइंदे ने इंडस्ट्री की मांग को अभी पूरा नहीं किया है।


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