विश्व TB दिवस पर विशेष... मरीजों को नहीं मिल रहा पूर्ण 'पोषण'
TB मरीजों के लिए पोषण योजना की शुरुआत की गई थी लेकिन कई मरीजों को अभी इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जालंधर [जगदीश कुमार]। केंद्र सरकार ने पिछले साल TB के मरीजों को बीमारी से लड़ने व दवाइयों के प्रभाव से निपटने के लिए 'पोषण योजना' की शुरुआत की थी। योजना शुरू होने के एक साल बाद भी राज्य व केंद्र सरकार TB के मरीजों को पूर्ण पोषण मुहैया करवाने में नाकाम रही है। विडंबना ही है कि कई मरीजों का इलाज पूरा हो चुका है, लेकिन वो इस योजना के लाभ से अभी तक वंचित हैं। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले केंद्र सरकार ने TB के मरीजों को योजना का लाभ पहुंचाने के लिए पूरा दबाव बनाया, परंतु पूरे नतीजे नहीं मिल पाए।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल की शुरुआत में TB मरीजों के इलाज के दौरान उन्हें खुराक मुहैया करवाने को 'पोषण योजना' की शुरुआत की थी। इसके तहत विभाग में नोटिफाइड होने वाले मरीज को हर माह 500 रुपये देने की घोषणा की थी। सरकार ने अक्टूबर 2017 से नोटिफाइड होने वाले TB मरीजों को इस योजना का लाभ मुहैया करवाने की बात कही थी।
योजना की नीतियां बैलगाड़ी की गति से राज्यों तक पहुंचीं और उसी गति उन्हें लागू किया गया। राज्य में केवल 30 फीसद मरीजों को ही इसका लाभ मिल पाया। हालांकि चुनावी वर्ष की शुरुआत होने से पहले इसका लाभ मरीजों को पहुंचाने के लिए बजट जारी होना शुरू हो गया था। सेहत विभाग ने स्टाफ पर दबाव बनाया और कुछ नए मरीजों को इसका लाभ मिलना शुरू हो गया।
खाते में नहीं पहुंचे पैसे
फिल्लौर के मरीज रमनीक (बदला हुआ नाम) ने बताया कि जनवरी में उन्हें TB होने की पुष्टि हुई थी। पिछले साल अक्टूबर तक उनका इलाज पूरा हो गया था। विभाग के मुलाजिमों ने इलाज खत्म होने के बाद उनसे बैंक खाते की डिटेल मांगी, परंतु उनके खाते में पैसे नही पहुंचे।
मरीजों को किया जा रहा नोटिफाइड : डॉ. जसतेज सिंह
स्टेट TB अधिकारी डॉ. जसतेज सिंह ने कहा कि सरकारी व निजी सेक्टर की ओर से TB के मरीजों को नोटिफाइड किया जा रहा है। कुछ मरीजों की डिटेल में तकनीकी खराबी की वजह से समस्या आ रही है। निजी सेक्टर में समस्या ज्यादा है। स्टाफ समस्या का समाधान कर रहा है। जो पुराने मरीज ठीक हो चुके हैं, उनको भी ढूंढ कर उनकी डिटेल तैयार करवाई जा रही है। सरकार की ओर से पर्याप्त फंड विभाग के पास है।
करीब 50 फीसद मरीजों के खाते में पैसे जमा होने शुरू हो गए हैं। हर दो माह बाद उनके खाते में एक हजार रूपये ट्रांसफर किए जा रहे हैं। इलाज पूरा होने तक उन्हें सुविधा मिलेगी। 2025 तक देश को TB मुक्त करवाने के उद्देश्य से विभाग की ओर से बेहतर इलाज व हाईटेक तकनीक से टेस्ट करने के अलावा मुफ्त दवा दी जा रही है। नतीजतन मल्टी ड्रग रजिस्टेंस (MDR) TB को भी कम किया जाएगा।
साल मरीज नोटिफाइड MDR मरीज
2015 39744 513
2016 41285 613
2017 43325 559
2018 54945 861