बिहार से बच्चों की तस्करी के मामले में बनी एसआइटी
बिहार से लाकर पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में बच्चे बेचने के मामले में एसआइटी बना दी गई है।
संवाद सहयोगी, जालंधर
बिहार से लाकर पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में बच्चे बेचने के मामले में एसीपी बिमलकांत के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) बना दी गई है। जालंधर से बरामद 40 बच्चों में से 27 को परिजनों से मिला दिया गया है। अभी 13 बच्चों के परिजन पंजाब नहीं आए हैं। बच्चों के परिजनों को बुधवार को बुलाया गया था, मगर कोई नहीं आया। ऐसे में संभावना है कि वे वीरवार को आ सकते हैं। यही नहीं जालंधर चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर बिहार के चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर से बाकी बच्चों की रिपोर्ट मंगवा रहे हैं, ताकि उन बच्चों को भी उनके परिजनों को सौंपा जा सके। दूसरी तरफ फरार चल रहे मुख्य आरोपित प्रवेश सदा की गिरफ्तारी और मन्नू को प्रोडक्शन वारंट पर लाने के लिए टीमों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। यह था मामला
बीते दिनों बिहार के खगड़िया जिले के मोहन सदा ने बचपन बचाओ आंदोलन संस्था को शिकायत दी थी कि उसके बेटे को प्रवेश सदा नाम के व्यक्ति ने जालंधर लाकर बेचा है। इसके बाद संस्था की अगुआई में पुलिस ने गांव फोलड़ीवाल के पास एक फार्म हाउस में काम कर रहे 40 बच्चों को मुक्त करवाया था। पुलिस जांच में सामने आया था कि बच्चों को बिहार से लाकर जालंधर में बेचा गया था। अब तक की पुलिस जांच में सामने आया है कि प्रवेश बिहार से लाए बच्चों को अन्य शहरों में भी बेचता था। वह बच्चों को तंग कमरे में रखकर उन्हें यातनाएं भी देता था। पुलिस ने प्रवेश सदा के खिलाफ पर्चा दर्ज कर लिया है।