करतारपुर कॉरिडोर पर फैसले से प्रकाश पर्व पर दोगुना हुआ संगत का उत्साह
करतारपुर कॉरिडोर बनाने के फैसले से सिख संगत की खुशी दोगुनी हो गई है। राज्यभर में सिख संगत द्वारा पहले प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में नगर कीर्तन निकाले जा रहे हैं।
जेएनएन, जालंधर। केंद्र सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा तक करतारपुर कॉरिडोर बनाने के फैसले से सिख संगत की खुशी दोगुनी हो गई है। राज्यभर में सिख संगत द्वारा पहले गुरु गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में नगर कीर्तन निकाले जा रहे हैं। इस दौरान श्री हरिमंदिर साहिब, श्री दमदमा साहिब, श्री आनंदपुर साहिब सहित अन्य गुरुद्वारों को दुल्हन की तरह सजाया गया है।
वीरवार को सुल्तानपुर लोधी में निकाले गए नगर कीर्तन में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। नगर कीर्तन में दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे। गुरुनानक देव जी ने यहां अपने भक्ति काल के 14 साल गुजारे थे। यहां उनसे संबंधित कई गुरुद्वारे सुशोभित हैं, जहां पहुंचकर सिख संगत अपने को धन्य समझती है। इनमें सबसे प्रमुख है गुरुद्वारा श्री बेर साहिब जो उनका भक्ति स्थल था।
श्री हरिमंदिर साहिब की पवित्र परिक्रमा में निकाले गए नगर कीर्तन की अगुआई करते पांच प्यारे व नगर कीर्तन में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब।
गुरुनगरी अमृतसर में विशाल नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। एसजीपीसी ने संगत के सहयोग के साथ श्री अकाल तख्त साहिब से इस नगर कीर्तन की शुरूआत की। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छतरछाया में इस नगर कीर्तन का अगुवाई पांच प्यारे कर रहे थे। श्री हरिमदिर साहिब के एडिशनल मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह की ओर से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप पर चौर साहिब की सेवा निभाई। नगर कीर्तन के रास्ते में संगत की ओर से जगह जलग पर विभिन्न खान पान वाली वस्तुओं के लंगर की व्यवस्था भी की हुई थी।
श्री हरिमंदिर साहिब से निकाले गए नगर कीर्तन के दौरान 'बोले सो निहाल' का जयघोष लगाते हुए सिंह साहिब की वेशभूषा में सजे नन्हे बच्चे।
नगर कीर्तन में अलग अलग स्कूलों कालेजों के विद्यार्थी, निहंग सिंह जत्थेबंदियों के सदस्य, नन्हे बच्चे जो पांच प्यारे बने हुए थे विशेष आकर्षण का केंद्र थे। नगर कीर्तन में बैंड पार्टियों और गतका पार्टियों की ओर से अपने कला के जौहर दिखाए गए। अलग सुंदर परिधानों में स्कूली बच्चे भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। नगर कीर्तन श्री गुरु राम दास निवास, ब्रह्मबूटा मार्केट, चौक करोड़ी, चौंक प्रागदास, बाजार माई सेवा, बाजार पापड़ां, बाजार बांसा वाला, चौंक छत्ती खूही, चावल मंडी, ढाब बस्ती राम, चौंक लश्मनसर, चौंक मौणी, से होता हुआ श्री अकाल तख्त साहिब पर समाप्त हुआ। कालेजों के विद्यार्थियों ने खालसा कालेज से लेकरन श्री अकाल तख्त साहिब तक सुबह नगर कीर्तन में हिस्सा लिया।
प्रकाश पर्व पर शुक्रवार को एसजीपीसी व पंजाब सरकार की ओर से दो बड़े आयोजन किए जा रहे हैं जिनमें केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह भी पहुंच रहे हैं। इसी के साथ 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में पूरे साल चलने वाले कार्यक्रमों की भी शुरुआत हो जाएगी।