शराब से मरने वालों के लिए मुआवजा मांगना निंदनीय : कमेटी
जहरीली शराब से मरे लोगों के लिए पंथक सियासत के पहरेदारों द्वारा मुआवजा मांगना निंदनीय है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : तरनतारन में जहरीली शराब पीकर मरने वालों के लिए पंथक सियासत के पहरेदारों द्वारा 50 लाख रुपये देने की मांग की जा रही हैं। जिसकी सिख तालमेल कमेटी ने कड़ी निदा की है। एक बैठक में कमेटी के प्रमुख तेजिदर सिंह परदेसी, हरपाल सिंह चड्ढा, हरप्रीत सिंह नीटू, परमिदर सिंह दशमेश नगर तथा सतपाल सिंह ने कहा कि शराब पीकर मरने वालों के प्रति उनकी संवेदना व सहानुभूति है। लेकिन उनके लिए मुआवजे की मांग पंथक सियासत के पहरेदारों द्वारा करना अति निदनीय है। इसी तरह मृतकों को शहीद का दर्जा देने वाले भी शहीदों का अपमान कर रहे है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सत्कार के लिए अपनी जान की कुर्बानी देने वालों के लिए पंथक सियासत के पहरेदारों ने कभी भी आवाज बुलंद नहीं की है। जबकि शराब पीकर मरने वालों के लिए यह संस्थाएं तथा इनके पदाधिकारी सरकार से 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग कर रहे हैं। जो सिख मर्यादा के विपरीत है। इसी तरह मरने वालों को शहीद का दर्जा देने वाले भी शहीदों का अपमान कर रहे है। इस मौके पर उनके साथ गुरिदर सिंह मझैल, जितेंद्र सिंह मझैल, बलदेव सिंह गतका मास्टर, गुरजीत सिंह सतनामियां, हरप्रीत सिंह रोबिन, प्रभजोत सिंह खालसा, अमनदीप सिंह बग्गा, मनमिदर सिंह, अरविदर पाल सिंह बबलू, कुलवंत सिंह कंग, सरबजीत सिंह कालड़ा, जितेंद्र सिंह कोहली, बलजीत सिंह व विक्की खालसा मौजूद थे।
जहरीली शराब से हुई मौतों के जिम्मेदारों पर हो कार्रवाई : बिल्ला
संवाद सूत्र, गोराया : अमृतसर, तरनतारन व बटाला में जहरीली अवैध शराब से हुई करीब 100 लोगों की मौत पर शिवसेना बाल ठाकरे के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि इस घटना पर कांग्रेस नेताओं की चुप्पी निदनीय है। सरकार अपनी जिम्मेवारी से बच नहीं सकती। बिल्ला ने कहा कि इस घटना ने राजनेताओं, अफसरशाही, पुलिस तथा शराब माफिया की आपसी मिलीभगत का भंडाफोड़ किया है।