निगम के काम में परगट का दखल रोकने के लिए अदालत पहुंचे दुकानदार
दुकानदारों के विवाद में नगर निगम की कार्रवाई में विधायक परगट सिंह के दखल को रोकने के लिए दुकानदारों ने कोर्ट की शरण ली है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : बस स्टैंड-गढ़ा रोड के दुकानदारों के विवाद में नगर निगम की कार्रवाई में विधायक परगट सिंह के दखल को रोकने के लिए दुकानदारों ने कोर्ट की शरण ली है। दुकानदारों के प्रधान चंदन कुमार त्रेहन उर्फ माघा ने परगट सिंह के खिलाफ सिविल जज सीनियर डिविजन दमनदीप कमल हीरा की अदालत में दायर याचिका में कहा है कि बस स्टैंड के बाहर फड़ी और रेहड़ी वालों को हटाने के लिए नगर निगम बार-बार एक्शन ले रही है। यहां दुकानदार करीब 40 सालों से काम कर रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि नगर निगम और उनके बीच इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में अभी मामला विचाराधीन है। ऐसे में नगर निगम दुकानदारों पर कार्रवाई नहीं करें। दुकानदारों का आरोप है कि नगर निगम की कार्यवाई में विधायक परगट सिंह दखल दे रहे हैं और दुकानें गिराना चाहते हैं।
दुकानदारों के वकील एडवोकेट हरविदर संधू ने कहा कि नगर निगम एक स्वतंत्र रूप से काम करने वाली सरकार है और इसमें किसी भी विधायक या सांसद के दखल की गुंजाइश नहीं होती। विधायक परगट सिंह इस मामले में बार-बार रुचि लेकर दुकानें गिराना चाहते हैं, जबकि इस बारे में फैसला लेने का अधिकार नगर निगम और निकाय विभाग के पास है। इसलिए निगम की कार्रवाई में विधायक परगट सिंह के दखल पर तुरंत रोक लगाई जाए।
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दुकानदारों ने तीसरे दिन भी किया प्रदर्शन
बस स्टैंड रोड के दुकानदारों ने तीसरे दिन भी विधायक परगट सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रधान चंदन माघा ने कहा कि उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि दुकानों के मसले से पीछे हट जाएं, लेकिन वे ऐसा नहीं करेंगे। प्रधान चंदन ने बताया कि उन्होंने अपना मेडिकल भी करवाया है। उन्होंने पुलिस से शिकायत की है कि विधायक परगट सिंह पर धमकाने और आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का केस दर्ज किया जाए।