शाहकोट उपचुनावः 1.72 लाख मतदाता करेंगे 12 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला
शाहकोट उपचुनाव के मतदान को लेकर शाहकोट की सीमाएं सील कर दी गई हैं। 25 जांच चौकियां स्थापित की गई हैं।
जालंधर [सत्येन ओझा]। शाहकोट विधानसभा उप चुनाव में सोमवार को 1.72 लाख मतदाता 12 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 88,885 पुरुष और 83,194 महिला वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। 189 स्थानों पर बनाए गए 236 पोलिंग स्टेशनों पर होने वाले मतदान के लिए बीएसएफ की छह कंपनियों सहित 2000 सुरक्षा बल एवं 2500 पोलिंग स्टाफ तैनात किया गया है।
पूरे विधानसभा क्षेत्र को सुरक्षा की दृष्टि से तीन जोन में बांटा गया है। हर जोन के इंचार्ज एसपी स्तर के अधिकारी बनाए गए हैं। 96 पोलिंग स्टेशन को अति संवेदनशील मानते हुए वहां अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। विधानसभा क्षेत्र की सभी सीमाओं को सील करते हुए 25 सुरक्षा चौकियां बनाई गई हैं।
शाहकोट क्षेत्र में प्रवेश करने वाले हर वाहनों की पैरामिलिट्री फोर्स व पुलिस के जवान चेकिंग करेंगे। मतदान के लिए डीसी वङ्क्षरदर कुमार शर्मा एवं एसएसपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने रविवार को शाहकोट के पब्लिक हाई स्कूल में ईवीएम व वीवीपैट के साथ पोलिंग पार्टियां रवाना करवाई।
डीसी कम जिला निर्वाचन अधिकारी वरिंदर कुमार शर्मा का कहना है कि चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष व शांतिप्रिय ढंग से कराए जाएंगे। किसी ने भी माहौल को खराब करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
पहली बार इलेक्ट्रॉनिक बैलेट बॉक्स
236 मतदान केंद्रों के लिए कुल 310 ईवीएम, 350 कंट्रोलिंग यूनिट, 360 इलेक्ट्रॉनिक बैलट यूनिट और 285 वीवीपैट को तैयार किया गया है ताकि कोई भी मशीन खराब होने पर तत्काल उसे बदला जा सके। इस बार ईवीएम की खास बात ये होगी कि इन मशीनों के साथ एक इलेक्ट्रॉनिक बैलेट बॉक्स भी लगाया गया है।
मतदाता जैसे ही अपना वोट डालेगा, प्रत्याशी का नाम और चुनाव चिन्ह सहित एक पर्ची प्रिंट होकर उस मशीन में से ऑटोमेटिक निकल कर इलेक्ट्रॉनिक बैलेट बॉक्स में चली जाएगी। अगर ईवीएम किसी तरह खराब हो जाती है तो उस स्थिति में प्रिंट हुई पर्चियों के आधार पर मतगणना की जा सकेगी। इससे चुनाव में किसी प्रकार की हेराफेरी की आशंका भी नहीं रहेगी। अगर कोई व्यक्ति गड़बड़ी की आशंका जताता है तो बैलेट बॉक्स में चुनाव चिन्ह सहित और प्रत्याशी के नाम वाली पर्चियां दिखा कर उसे संतुष्ट किया जा सकता है।
मतदान पर जनरल ऑब्जर्वर रविकांत जैन व खर्च ऑब्जर्वर सुरेश चंद्र मीणा भी नजर रखेंगे। 189 इमारतों में बने 236 पोलिंग बूथ बनाए हैं। 144 इमारतों में एक-एक, 43 में दो-दो पोलिंग बूथ व 2 इमारतों में तीन-तीन पोलिंग बूथ बनाए हैं। 307 पोलिंग टीमों का गठन किया गया है। जिसमें से 1535 अधिकारी व कर्मचारियों को नियुक्त किया गया हैं।
छुट्टी की घोषणा
28 मई को सभी सरकारी संस्थान, बैंक, व्यापारिक और औद्योगिक संस्थान, दुकानें, कामगारों के लिए छुट्टी रहेगी। निजी व्यापारिक प्रतिष्ठानों व दुकानों में मुलाजिमों के लिए पेड अवकाश घोषित किया गया है।
मतदान पर पैनी नजर
- 6 कंपनी बीएसएफ, 2000 सुरक्षा जवान, 2500 पोलिंग स्टाफ तैनात
- 307 पोलिंग टीमें करवाएंगी मतदान
- 236 पोलिंग स्टेशनों पर मतदान
- 96 मतदान केंद्र अति संवेदनशील
- 30 वीडियोग्राफर रखेंगे मतदान पर नजर
- 30 वीडियोग्राफर मतदान प्रक्रिया पर नजर रखेंगे। ये वीडियोग्राफर चुनाव ऑब्जर्वर, डिप्टी कमिश्नर, एसएसपी रिटर्निंग अधिकारी, सेक्टर अधिकारी व अन्य पोलिंग स्टाफ को रिपोर्ट करेंगे।
- 103 पोलिंग स्टेशनों पर वेब कास्टिंग की जाएगी। 64 पोलिंग बूथों पर माइक्रो आब्जर्वर को पर्यवेक्षण का कार्य सौंपा गया है।
- 21 उड़नदस्ते दस्ते तैनात कर दिए गए हैं।
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