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Punjab Religion Conversion: मतांतरण के खिलाफ SGPC ने गठित कीं 150 कमेटियां, गांवों में करेंगी सिख धर्म का प्रचार

Punjab Religion Conversion पंजाब के गांवों में मतांतरण लगातार बढ़ रहा है। इसे रोकने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने गांव स्तर पर धर्म प्रचार कमेटियों को प्रचार के लिए भेजना शुरू कर दिया है। गांव के लोगों से भी सिखी का प्रचार करने के कहा गया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Tue, 12 Oct 2021 02:28 PM (IST)Updated: Tue, 12 Oct 2021 02:28 PM (IST)
Punjab Religion Conversion: मतांतरण के खिलाफ SGPC ने गठित कीं 150 कमेटियां, गांवों में करेंगी सिख धर्म का प्रचार
एसजीपीसी ने पंजाब में मतांतरण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सांकेतिक चित्र।

जागरण संवादाता, अमृतसर। Punjab Religion Conversion: पंजाब में गांवों में इसाई प्रचारकों की ओर से किए जा रहे मतांतरण को रोकने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने गांव स्तर पर धर्म प्रचार कमेटियों को प्रचार के लिए भेजना शुरू कर दिया है। इसके लिए करीब 150 के प्रचार कमेटियों का गठन किया गया है। इन कमेटियों को गांवों में जाकर सिख धर्म का प्रचार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि बढ़ रहे मतांतरण पर नियंत्रण किया जा सके। वहीं, एसजीपीसी के पदाधिकारियों ने लोगों से अपील भी की है कि वह भी अपने गांवों में कमेटियां बनाकर सिखी का प्रचार करें। युवाओं को गुरुघर के साथ जोड़ें और सिख इतिहास की जानकारी बच्चों तक पहुंचाएं।

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इस बारे में एसजीपीसी के महासचिव भगवंत सिंह सियालका ने कहा कि एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जगीर कौर के आदेशों पर कमेटियों ने अलग-अलग गांवों में सिख धर्म का प्रचार शुरू कर दिया है। इन कमेटियों में 11 या इससे अधिक सदस्य हैं। कमेटियों में एसजीपीसी के प्रचारक, एसजीपीसी के कर्मचारी व सदस्य और क्षेत्र के लोगों को भी शमिल किया जा रहा है, जो घर-घर जाकर सिखी का प्रचार करेंगे। इसके साथ ही दूसरे मतांतरण कर दूसरा धर्म अपनाने वाले लोगों को अपने धर्म में वापस लाने के लिए काम किया जा रहा है। उन्हें अमृतपान करवा कर गुरुघर के साथ जोड़ा जाएगा।

घर-घर पहुंचाया जाएगा सिख इतिहास का साहित्य

सियालका ने कहा कि इन कमेटियों के सदस्य सिख इतिहास से संबंधित साहित्य भी घर-घर पहुंचाएंगे। कमेटियों की ओर से घरों, गुरुद्वारों और शिक्षण संस्थानों में भी जाकर सिखी का प्रचार व प्रसार किया जाएगा। एसजीपीसी हमेशा से ही धर्म के प्रचार पर विशेष योगदान डालती आ रही है। यह कमेटियां एक सप्ताह तक विभिन्न क्षेत्रों में प्रचार करने के बाद सप्ताह के अंतिम दिन अमृत संचार कार्यक्रम भी करवाएंगी।

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