लोहे की बाल्टी में लगा रखी थी रॉड, करंट लगने से सात साल के बच्चे की मौत
परागपुर के क्षेत्र में सात साल के बच्चे की करंट लगने से मौत हो गई। मरने वाला बच्चा यहां अपनी मौसी के घर आया हुआ था। घ
जेएनएन, जालंधर। परागपुर के क्षेत्र में सात साल के बच्चे की करंट लगने से मौत हो गई। मरने वाला बच्चा यहां अपनी मौसी के घर आया हुआ था। घटना के बाद से परिवार के सभी लोग घर को ताला लगा शव लेकर कहीं चले गए। पुलिस ने भी कोई शिकायत नहीं आने पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
बताते हैं कि मौसी के घर आया उक्त बच्चा घर में ही खेल रहा थी। परिवार के लोगों ने पानी गर्म करने के लिए लोहे की बाल्टी में एक रॉड लगा रखी थी। इसी बीच बच्चा खेलते-खेलते बाल्टी में पड़े पानी में हाथ डाल दिया। इससे उसे जोरदार करंट लग गया। घटना का पता चलते ही परिवार के लोग बच्चे को तुरंत पास के निजी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। चौकी इंचार्ज एएसआइ नरिंदर मौहन ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो घर में ताला लगा हुआ था। आसपास के लोगों ने बताया कि परिवार बच्चे के शव को लेकर कहीं चल गए हैं। एएसआइ ने कहा कि बच्चे व उसके परिजनों का अस्पताल में भी कोई रिकॉर्ड नहीं दर्ज था। मामले में किसी तरह की शिकायत न आने पर पुलिस ने किसी तरह की कार्रवाई नहीं दर्ज की।
थोड़ी सी सावधानी बचा सकती है जिंदगी
अक्सर ऐसी घटनाएं लापरवाही के कारण ही होती हैं। अगर लोग थोड़ी सी सावधानी बरतें तो कीमती जान को बचाया जा सकता है। वैसे तो लोहे की बाल्टी में पानी गर्म करना ही सबसे ज्यादा घातक होता है। ऐसा करने से करंट न केवल पानी में होता है बल्कि बाल्टी में भी करंट आ जाता है। पानी गर्म करने के लिए हमेशा प्लास्टिक की बाल्टी का ही प्रयोग करना चाहिए। यही नहीं जब कभी ऐसे बाल्टी में पानी गर्म करना भी हो तो बाथरूम में रॉड लगाकर उसका दरवाजा बंद कर देना चाहिए ताकि बच्चे अंदर न जा सकें।