कनाडा के टोरंटो में गोलीबारी से पंजाब में सनसनी, लोग परिजनों को लेकर हुए चिंतित
कनाडा के टोरंटो के ग्रीकटाउन इलाके में रविवार देर शाम एक रेस्त्रां में अंधाधुंध फायरिंग होने से पंजाब में सनसनी फैल गई। लोग वहां रह रहे अपने परिजनों को लेकर चिंतित हो गए।
जेएनएन, जालंधर। कनाडा के टोरंटो के ग्रीकटाउन इलाके में रविवार देर शाम एक रेस्त्रां में एक शख्स ने अंधाधुंध गोलीबारी की। इस घटना में एक महिला ओर हमलावर की मौत हो गई है, नौ लोगों को गोली लगी है। इसके अलावा वहां मची अफरा तफरी में करीब 13 अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस घटना से पंजाब में सनसनी फैल गई और लोग वहां रह रहे अपने परिजनों को लेकर चिंतित हो गए। राहत की बात है कि इस घटना का कोई पंजाबी शिकार नहीं हुआ।
लोग परिजनों की कुशलता जानने काे करने लगे फोन, राहत की बात- कोई पंजाबी नहीं हुआ शिकार
घायलों में एक नाबालिग भी है, इसकी हालत ठीक नहीं है। टोरंटो पुलिस के अनुसार, गोलीबारी करने वाला शख्स भी मर चुका है। पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों से अपील की है कि वह इस गोलीकांड के बारे में कोई भी जानकारी होने पर तुरंत उसे बताएं। टोरंटो की ट्रैफिक विभाग के मुताबिक, पुलिस घटनास्थल पर मौजूद है और जल्द ही और जानकारी दी जाएगी।
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वहीं इस गोलीबारी में दोआबा क्षेत्र में सनसनी फैल गई है और लोग वहां रह रहे अपनों की खैरियत की चिंता कर रहे हैं। भारत के पंजाबी वहां कनाडा में अपनों से संपर्क साधने में लगे हैं। हालांकि हमलावर के मारे जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है।
टाेरंटो में फायरिंग के बाद अफरा-तफरी मच गई।
मिनी पंजाब है कनाडा
बता दें कि पंजाब को मिनी कनाडा कहा जाता है। वहां काफी संख्या में पंजाबी बसे हुए हैं, जिनमें दोआबा क्षेत्र से ज्यादा है। पंजाबी वहां की मुख्य बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। पंजाबी को कनाडा की दूसरी भाषा दर्जा प्राप्त है। वहां की सरकार में भी कई मंत्री पंजाबी हैं। कनाडा में काफी आबादी सिख लोगों की है। जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक 2016 में कनाडा की कुल आबादी में अल्पसंख्यक 22.3 फ़ीसद सिख थे। वहीं 1981 में अल्पसंख्यक कनाडा की कुल आबादी में महज 4.7 फ़ीसद ही सिख थे। जनगणना की रिपोर्ट के अनुसार 2036 तक कनाडा की कुल आबादी में अल्पसंख्यक 33 फ़ीसद हो जाएंगे।
एनआरआइ बोले, विचलित करती हैं ऐसी घटनाएं, शुक्र है पंजाबी सुरक्षित हैं
टोरांटो के डॉनफोर्थ एवेन्यू में रविवार रात को हुई गोलीबारी की घटना ने पंजाब आए एनआरआइज को विचलित कर दिया है। जैसे ही उनको गोलीबारी की सूचना मिली, सभी ने अपने परिजनों और रिश्तेदारों को फोन कर हाल जानना शुरू किया। उनके सुरक्षित होने पर लाेगों ने राहत की सांस ली।
सबसे पहले अपने रिश्तेदारों को फोन किया : हेयर
एनआरआइ सभा के पूर्व प्रधान कमलजीत सिंह हेयर का कहना है कि उनके कई रिश्तेदार कनाडा में रहते हैं। वह अक्सर कनाडा जाते रहते हैं। जैसे की टोरांटो में गोली चलने की सूचना मिली, सबसे पहले अपने रिश्तेदारों को फोन करके हाल चाल जाना। डॉनफोर्ड एवेन्यू, जहां पर गोलीबारी हुई, आस पास काफी पंजाबी रहते हैं, लेकिन राहत की बात है कि किसी पंजाबी के घायल या हताहत होने की सूचना नहीं है। हेयर का कहना है कि कनाडा सरकार पंजाबियों का पूरा ख्याल रख रही है, कई बार कुछ सिरफिरे लोग ऐसी घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं। यह घटना भी उसी तरह की है।
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विचलित कर देती हैं ऐसी घटनाएं : प्रीतम सिंह
एनआरआइ सभा के पूर्व प्रधान प्रीतम सिंह का कहना है कि ऐसी घटनाएं एनआरआइज को विचलित कर देती हैं। कुछ दिन पूर्व ही जालंधर के एक लड़के की कनाडा में हत्या हुई थी। उसे बाद अब हुई गोलीबारी की घटना के बाद वहां के एनआरआइ में भय का माहौल है। प्रीतम सिंह का कहना है कि राहत की बात है कि पंजाब का कोई भी एनआरआइ इस घटना में घायल नहीं हुआ है। फिर भी जब ऐसी घटनाओं के बारे में पता चलता है तो पंजाब में परिजनों और रिश्तेदारों की चिंता बढ़ जाती है। उनका कहना है कि उनकी कनाडा में रिश्तेदारों के साथ बातचीत हुई है, सभी पंजाबी सुरक्षित हैं और वहां की सरकार घटना को लेकर पूरी तरह गंभीर है। यही कारण है कि हमला करने वाले को पुलिस मार गिराया।
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राहत की बात है, कोई पंजाबी घायल नहीं हुआ: जसबीर
एनआरआइ जसबीर सिंह कहते हैं कि कनाडा ही नहीं, अमेरिका, इंग्लैंड सहित अन्य यूरोप के देशों में ऐसी घटनाएं जब भी होती हैं तो एनआरआइ और उनके परिजनों में भय का माहौल बन जाता है। कई बेकूसर लोग ऐसी घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। राहत की बात है कि टोरांटो पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले को मार डाला है। हमारे लिए राहत की बात है कि कोई पंजाबी इसमें घायल नहीं हुआ। कनाडा सरकार पंजाबियों के मेहनत और जज्बे को देखते हुए उनको काम के ज्यादा से ज्यादा मौके दे रहे हैं। ऐसे में जब इस तरह की घटनाएं होती हैं तो चिंता तो होती ही है।