सेहराफील्ड हत्याकांड में गिरफ्तारी से बचे तीनों आरोपितों तक पहुंची पुलिस
आरोपितों जगराज सिंह उर्फ जग्गा चीमा, गुरबख्श सिंह व गौरव बामण तक पुलिस पहुंच चुकी है। सोमवार तक पुलिस इस बारे में अधिकारिक जानकारी दे सकती है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। शास्त्री मार्केट स्थित सेहराफील्ड के मालिक रविंदर सिंह के बेटे दविंदर सिंह उर्फ रिंकू बाबा के कत्ल और कमलप्रीत बब्बू को जख्मी करने के मामले में फरार तीन आरोपितों जगराज सिंह उर्फ जग्गा चीमा, गुरबख्श सिंह व गौरव बामण तक पुलिस पहुंच चुकी है। सूत्रों की मानें तो यह तीनों पुलिस के जाल में फंस चुके हैं और सोमवार तक पुलिस इस बारे में अधिकारिक जानकारी दे सकती है।
इस हत्याकांड में पुलिस पर लगातार उठ रहे सवालों और राजनीतिक दबाव को देखते हुए पुलिस जल्द से जल्द इस मामले को निपटाने की कोशिश कर रही है। इसके लिए स्पेशल टीम बनाकर तीनों आरोपितों को पकड़ने के लिए भेजी गई थी और टीम को काफी हद तक कामयाबी मिल चुकी है। 11 आरोपितों पर किया गया था केस दर्ज इस केस में पुलिस ने 11 आरोपितों के खिलाफ हत्या, जानलेवा हमला व उसकी साजिश रचने के आरोप में केस दर्ज किया था।
इनमें से मुख्य आरोपित गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी बाजवा, सुखविंदर सिंह उर्फ गोल्डी, विकास कल्याण उर्फ नन्नू और अभिनंदन शर्मा उर्फ नंदू को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें गोल्डी को शशि शर्मा पर हमले के मामले में डिवीजन छह की पुलिस ने रिमांड पर लिया है जबकि बाकी तीनों जेल भेजे जा चुके हैं। वहीं, साजिश के आरोप में पकड़े गए प्रवीन मेहता उर्फ चिद्दी को पुलिस ने हत्याकांड की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार करने के साथ उस पर आर्म्स एक्ट का केस भी डाल दिया है।
एक आरोपित के घर बंटे लड्डू
इस केस में जेल में सजा काट रहे पूर्व कौंसलर सुखमीत डिप्टी, गोपी बाजवा की सब इंस्पेक्टर बहन सोनम बाजवा व नोनी शर्मा के नामजद होने के बावजूद पुलिस ने अभी तक न गिरफ्तारी डाली है और न ही अधिकारिक तौर पर क्लीन चिट दी है। वहीं, इसी बीच एक आरोपित के घर लड्डू तक बंट गए हैं। उसके समर्थकों का दावा है कि पुलिस की तरफ से उन्हें क्लीन चिट मिल चुकी है। हालांकि पुलिस के अफसर अभी तक इस बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं।
चिद्दी को भी भेजा जेल
हत्याकांड की साजिश के आरोप में पकड़े गए प्रवीन मेहता उर्फ चिद्दी को पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। चिद्दी के खिलाफ अड्डा -83 से रिवॉल्वर बरामदगी का भी केस दर्ज किया गया था। हालांकि पुलिस उससे घटना वाले दिन से ही पूछताछ कर रही थी। माना जा रहा है कि इस केस के मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी में पुलिस को चिद्दी से हुई पूछताछ से बड़ी मदद मिली है।
नई बारादरी के एसएचओ सुखदेव सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि रिमांड खत्म होने के बाद अदालत में पेश कर उसे जेल भेज दिया गया है।