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सुरक्षा में सेंध : बस स्टैंड के बाहर चल रहा अवैध बस अड्डा, दूसरे राज्यों में चलाई जा रहीं बसें

अवैध बसों में रोजाना विभिन्न राज्यों से सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंक कर न केवल यात्रियों को ले जाया जा रहा है बल्कि कई तरह का सामान भी यहां से वहां पहुंचाया जा रहा है।

By Edited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 12:57 AM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 10:29 AM (IST)
सुरक्षा में सेंध : बस स्टैंड के बाहर चल रहा अवैध बस अड्डा, दूसरे राज्यों में चलाई जा रहीं बसें
सुरक्षा में सेंध : बस स्टैंड के बाहर चल रहा अवैध बस अड्डा, दूसरे राज्यों में चलाई जा रहीं बसें

जालंधर [मनुपाल शर्मा]। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आइजीआइ) एयरपोर्ट, नई दिल्ली तक के अपने एनआरआइ यात्री खोने के बाद अब पंजाब सरकार निजी बस माफिया के समक्ष नतमस्तक होकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के यात्रियों से भी हाथ धो रही है। मनमर्जी से तैयार करवाई गई इन अवैध बसों में रोजाना विभिन्न राज्यों से सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंक कर न केवल यात्रियों को ले जाया जा रहा है बल्कि कई तरह का सामान भी यहां से वहां पहुंचाया जा रहा है।

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उत्तराखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जा रही बसें

जालंधर स्थित शहीद भगत सिंह इंटर स्टेट बस टर्मिनल के ठीक सामने गढ़ा रोड पर इन दिनों परिवहन माफिया एक समानांतर अवैध बस स्टैंड चला रहा है, जिसमें रोजाना दिल्ली, लखीमपुर खीरी (उत्तराखंड) और जयपुर समेत उत्तर प्रदेश के भी कई शहरों को बसें भर कर भेजी जा रही हैं।

सामान रखने को बनाए गए हैं खुफिया कंपार्टमेंट

चौंकाने वाली बात यह है कि एक तरफ देश की सुरक्षा को लेकर सभी एजेंसियां चिंतित हैं, दूसरी ओर अवैध रूप से चल रहीं इन बसों में समान रखने को बनाए गए खुफिया कंपार्टमेंट सुरक्षा एजेंसियों को भी खुला चैलेंज दे रहे हैं। बोरों में भरकर हर रोज विभिन्न राज्यों से माल जालंधर पहुंच रहा है और सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंक कर ठिकाने तक भी पहुंचाया जा रहा है।

टैक्स चोरी के अलावा मादक पदार्थों की तस्करी भी संभव

देर रात को विभिन्न राज्यों से सामान के बोरे लादकर अल सुबह जालंधर पहुंचाए जाते हैं। इन सामान के बोरों में लाए जाने वाले सामान पर कोई टैक्स की अदायगी नहीं की जाती। टैक्स अदायगी के अलावा राजस्थान से आने वाली बसों में अफीम जैसे मादक पदार्थों की तस्करी भी संभव है। वजह यह है कि जब अलसुबह इन बसों से समान उतारा जाता है तो उनकी कोई चेकिंग नहीं होती। बस को सड़क किनारे खड़े कर यात्री और सामान को उतार दिया जाता है।

तस्करी से तंग आकर रोडवेज बंद कर चुकी राजस्थान के कई रूट

राजस्थान में अफीम की खुली बिक्री और उसकी पंजाब में तस्करी से तंग आकर पंजाब रोडवेज जालंधर अरसा पहले राजस्थान के कई रूट तक बंद कर चुकी है। अब निजी परिवहन माफिया राजस्थान के इन्हीं शहरों में बसों का धड़ल्ले से संचालन कर रहा है। जिस पर कोई नजर भी नहीं रखी जा रही।

जम्मू- अमृतसर- होशियारपुर से भी आती हैं बसें

बाहरी राज्यों के अवैध परिवहन माफिया ने जालंधर में कोई कार्यवाही न होते देख अब अपने रूट अमृतसर, जम्मू और होशियारपुर तक भी एक्सटेंड कर लिए हैं। अब जयपुर से जम्मू, जयपुर से अमृतसर और जयपुर से होशियारपुर तक की बसें भी जालंधर में अलसुबह निकलती देखी जा सकती हैं।

बसों के पास प्रति यात्री टिकट काटने का अधिकार नहीं

पंजाब सरकार के परिवहन अधिकारियों की नालायकी का ज्वलंत उदाहरण यह है कि जालंधर बस स्टैंड के ठीक सामने से चल रही इन बसों के पास प्रति यात्री टिकट काटने का स्टेज कैरियर परमिट ही नहीं है। बावजूद इसके बकायदा तौर पर गढ़ा रोड पर ऑफिस खोले गए हैं। बसों के आगे कुर्सी लगाकर यात्रियों की टिकटें काटी जाती हैं और देर रात तक सड़क किनारे यह गोरखधंधा चल रहा है।

टूरिस्ट परमिट पर फीस भरकर ही आ सकती हैं अन्य राज्यों की बसें

परिवहन नियमों के मुताबिक टूरिस्ट परमिट वाली अन्य राज्यों की बसें किसी पार्टी की बुकिंग पर प्रति ट्रिप एकमुश्त फीस भरकर जालंधर में प्रवेश कर सकती हैं। प्रति यात्री टिकट न तो काटी जा सकती है और न ही यात्री को बिठा सकती हैं।

रोडवेज की अफसरशाही बता रही परिवहन अधिकारियों की जिम्मेदारी

पंजाब रोडवेज की स्थानीय अफसरशाही का तर्क है कि पंजाब रोडवेज प्रबंधन तो मात्र बस स्टैंड के भीतर से ही अवैध परमिट पर चलने वाली बसों पर कार्रवाई कर सकता है। बस स्टैंड के बाहर चलने वाली अवैध बसों पर कार्रवाई तो रीजनल ट्रांसपोर्ट कार्यालय ही कर सकता है।

सचिव आरटीए ने नहीं उठाया फोन

जब इस संबंध में सचिव, रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी नयन जस्सल से संपर्क करने की कोशिश की गई तो कई बार प्रयास किए जाने के बावजूद भी उन्होंने फोन नहीं उठाया।


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