पंजाब में खालिस्तानी आतंकियों और तस्करों की सूची खंगालने में जुटीं सुरक्षा एजेंसियां
Punjab Security पंजाब में हथियार और विस्फोटकों की बरामदगी से राज्य की सुरक्षा काे लेकर बड़ा खतरा पैदा हो रहा है। राज्य में हथियारों की बरामदगी के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां खालिस्तानी आतंकियों और तस्करोंं की सूची खंगालने में जुटी हुई हैंं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। पंजाब में हथियार और विस्फोटक की बरामदगी के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने खालिस्तानी आतंकियों और तस्करोंं के बीच कनेक्शन की जांच के लिए उनकी सूची खंगालना शुरू कर दिया है। वैसे, अमृतसर में शुक्रवार को पाक सीमा के समीप इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) की खेप की बरामदगी के मामले में एसटीएफ को अभी तक कोई बड़ी जानकारी हाथ नहीं लगी है। वहीं, एसटीएफ ने हिरासत में लिए गए तीन संदिग्धों को छोड़ दिया है। पता चला है कि वे केवल राहगीर थे, जिन्हें पुलिस ने घटनास्थल पर होने के संदेह में हिरासत में लिया था।
अमृतसर में आरडीएक्स मिलने का मामले में हिरासत में लिए संदिग्ध पुलिस ने छोड़े
पुलिस के आला अधिकारी ने बताया कि अब पुराने खालिस्तानी आतंकियों और भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे गांवों में रहने वाले तस्करों की सूची खंगाली जा रही है। पुलिस को आशंका है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ और वहां पनाह लिए हुए खालिस्तानी आतंकियों ने यह खेप भारत में बैठे तस्करों के माध्यम से यहां पहुंचाई थी। तस्करों ने इसे किसी आतंकी तक पहुंचाने के लिए छिपाकर रखा था। इससे पंजाब में चुनाव के दौरान बड़ा धमाका करने की योजना थी लेकिन इससे पहले ही एसटीएफ ने इसे बरामद कर लिया। यह खेप किसे दी जानी थी, पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है।
आइईडी के पास मिला एक मॉल का लिफाफा
जांच में सामने आया है कि आइईडी के पास अमृतसर के एक मॉल का लिफाफा मिला है। आशंका जताई जा रही है कि आतंकी उसी लिफाफे में छिपाकर आइईडी को घटनास्थल पर लाए होंगे और फिर उसे खेत में छोड़कर चले गए। बताया जा रहा है कि पुलिस उक्त मॉल के मालिक से आरोपितों को लेकर पूछताछ कर रही है। वहां लगे सीसीटीवी भी निकलवाए जा रहे हैं।
यह है मामला
एसटीएफ ने शुक्रवार की दोपहर अटारी सीमा के पास 2.700 किलो आरडीएक्स, 2.300 किलो लोहे की छोटी बाल्स, डेटोनेटर सहित विस्फोट के लिए इस्तेमाल होने वाला सामान बरामद किया था। यह डिवाइस पूरी तरह से तैयार थी और इसे कुछ देर में तारें जोड़कर बड़ा धमाका किया जा सकता था। इस डिवाइस को जालंधर से बुलाई गई पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज किया था। पुलिस ने घटनास्थल से तीन संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया था लेकिन देर रात पूछताछ के बाद इनसे कोई सुराग नहीं मिला तो उन्हें छोड़ दिया गया।