जहां चाह, वहां राहः स्कूल-कॉलेजों ने Online Classes पर बढ़ाया फोकस
जूम एप में विद्यार्थी वीडियो के जरिए शिक्षकों से जुड़ रहे हैं जबकि होमवर्क के जरिए रोजाना की असाइनमेंट भेजी जा रही है।
जालंधर [अंकित शर्मा]। कोरोना वायरस संकट और कर्फ्यू के बीच स्कूलों और कॉलेजों ने ऑनलाइन पढ़ाई पर फोकस बढ़ा दिया है। इसे कारगर बनाने के लिए टीचर्स ने टाइम टेबल बना दिए हैं। उसी के अनुसार स्कूलों में विद्यार्थी अपने शिक्षक और कॉलेजों के विद्यार्थी अपने लेक्चरर के साथ जुड़ रहे हैं। ऐसे में एक साथ 100 विद्यार्थी भी जुड़ रहे हैं और अपनी क्वैरिज को पूरा कर रहे हैं। अधिकतर शिक्षण संस्थान जूम एप का इस्तेमाल कर रहे हैं जबकि कुछेक महज मोबाइल होमवर्क एप इस्तेमाल कर रहे हैं। जूम एप में विद्यार्थी वीडियो के जरिए शिक्षकों से जुड़ रहे हैं, जबकि होमवर्क के जरिए रोजाना की असाइनमेंट भेजी जा रही है। कई स्कूल दिशा एप के जरिए भी स्कूल बच्चों को पढ़ाने में जुटे हुए हैं।
एपीजे स्कूल में ऑनलाइन क्लासेस से नया सत्र शुरू
एपीजे स्कूल महावीर मार्ग में कक्षा नर्सरी से कक्षा नौ के लिए नया सत्र शुरू हो चुका है। प्रिंसिपल गिरीश कुमार कहते हैं कि विद्यार्थियों का समय खराब ना हो इसलिए ही ऑनलाइन जूम एप के जरिए पढ़ाया जा रहा है। जबकि कक्षा 10वीं और 12वीं का ऑनलाइन सेशन पांच पीरियड के आधार पर बनाया गया है। कक्षाएं सुबह 10 बजे से दोपहर 2.10 बजे तक चल रही हैं। दो लेक्चर के बाद आधे घंटे की ब्रेक और फिर 40- 40 मिनट के तीन लेक्चर और लगाए जा रहे हैं। विषय अध्यापक एक दिन पहले ही बच्चों को ऑनलाइन कक्षा के लिए आइडी और पासवर्ड वाट्सअप ग्रुप के जरिए दे देते हैं।
डेविएट ने भी विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन क्लासें की शुरू
डेविएट की तरफ से विद्यार्थियों के स्वास्थ का ख्याल रखते हुए ऑनलाइन क्लासें शुरू की गई हैं ताकि विद्यार्थी कॉलेज की तर्ज पर घर पर ही बैठकर अपनी पढ़ाई करते रहें। प्रिंसिपल डॉ. मनोज कुमार कहते हैं कि कोरोना वायरस का संक्रमण ना फैले इसलिए शिक्षण संस्थानों को बंद किया हुआ है और कर्फ्यू लगा है। ऐसे में काफी समय विद्यार्थियों का खराब हो चुका है और अब उस समय को कवर करने के लिए जूम एप के जरिए ऑनलाइन कांफ्रेंस, गूगल क्लासरूम आदि से पढ़ाई शुरू की गई है। जिससे शिक्षक भी घर बैठे विद्यार्थियों के साथ इंट्रैक्ट हो रहे हैं और पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाते रहें।