एससी-एसटी छात्रों के खातों में नहीं पहुंची पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप, कॉलेजों का रोल नंबर जारी करने से इन्कार
विद्यार्थियों के बैंक अकाउंट खुलवाने के बावजूद पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप की राशि खाते में नहीं पहुंची है। निजी संस्थानों ने फैसला लिया है कि विद्यार्थी फीस नहीं देंगे तो उन्हें रोल नंबर भी जारी नहीं होंगे।
जालंधर [कमल किशोर]। समय पर पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप न मिलने से निजी शिक्षण संस्थानों में एससी विद्यार्थियों की गिनती घट रही है। निजी संस्थानों की ओर से विद्यार्थियों के बैंक अकाउंट खुलवाने के बावजूद पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप की राशि खाते में नहीं पहुंची है। ऐसे में निजी संस्थानों ने फैसला लिया है कि विद्यार्थी फीस नहीं देंगे तो रोल नंबर जारी नहीं होंगे। बता दें कि पिछले साल सरकार ने आदेश दिया था कि स्कॉलरशिप की राशि कॉलेज को देने की बजाय विद्यार्थियों के खाते में डाली जाएगी पर राशि अब तक बच्चों के खाते में नहीं पहुंच सकी है।
इस वर्ष दाखिले भी कम
स्कॉलरशिप राशि जारी न होने के कारण इस साल 1.20 लाख एससी-एसटी विद्यार्थियों ने दाखिला नहीं लिया। पिछले वर्ष निजी कालेजों में 3.25 एससी-एसटी विद्यार्थियों ने दाखिला लिया था। इस वर्ष 2.05 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया। राज्य में कुल 1600 कॉलेज हैं। इनमें 70 फीसद विद्यार्थी पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के तहत पढ़ रहे हैं।
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रोल नंबर नहीं करेंगे जारी
कंफीडरेशन ऑफ पंजाब अन-एडिड इंस्टीट्यूशन्स के प्रधान अनिल चोपड़ा ने कहा कि विद्यार्थियों के बैंक खाते खुलवाए जाने के बावजूद भी सरकार स्कॉलरशिप की राशि जारी नहीं कर रही है। सरकार स्कॉलरशिप में घोटाला होने की बात कह रही है जबकि कई बार कॉलेजों में ऑडिट हो चुकी है। ऑडिट होने के बाद स्कॉलरशिप जारी नहीं की जा रही। विद्यार्थी भी असमंजस में हैं कि स्कॉलरशिप खाते में आएगी भी या नहीं। पिछले दो वर्ष की स्कॉलरशिप की राशि नहीं आई है।
सरकार ने स्कॉलरशिप की राशि कहीं और खर्च कीः टीनू
अकाली नेता और आदमपुर के विधायक पवन टीनू ने कहा कि केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार को पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप की राशि भेज दी है। सरकार ने यह राशि किसी अन्य काम पर लगा दी है। एसी विद्यार्थियों के खाते में स्कालरशिप की राशि नहीं पहुंची है। सरकार को ग्रांट जल्द रिलीज करनी चाहिए।
फैक्ट फाइल
- 1600 निजी कॉलेज हैं राज्य में
- 30 कॉलेज हैं जिले में
- 20,000 एससी-एसटी स्टूडेंट कर रहे हैं पढ़ाई
- 100 करोड़ स्कालरशिप रुकी