सरबजीत मक्कड़ का कैंट से लड़ने का दावा, शहरी सीटों पर अकाली दल को पहुचाएंगे नुकसान
पूर्व विधायक और सीनियर अकाली नेता सरबजीत सिंह मक्कड़ शुक्रवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। मक्कड़ ने कहा कि वह भाजपा की टिकट पर कैंट से चुनाव लड़ेंगे।
जागरण संवाददाता जालंधर : पूर्व विधायक और सीनियर अकाली नेता सरबजीत सिंह मक्कड़ शुक्रवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। मक्कड़ ने कहा कि वह भाजपा की टिकट पर कैंट से चुनाव लड़ेंगे। इस बारे में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से उनकी बात हो गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब के मसले हल कर रही है और इससे अच्छा और क्या हो सकता है। पंजाब के हित में वह भाजपा में शामिल हुए हैं।
मक्कड़ ने पिछला चुनाव जालंधर कैंट सीट से लड़ा था लेकिन इस बार शिअद ने जालंधर कैंट से जगबीर सिंह बराड़ को उम्मीदवार घोषित किया। इसके बाद से ही मक्कड़ पार्टी से नाराज चल रहे थे। मक्कड़ ने घोषणा कर दी थी कि वह हर हाल में कैंट विधानसभा हलका से ही चुनाव लड़ेंगे। मक्कड़ के भाई भूपिदर सिंह बिट्टू मक्कड़ ने अकाली दल के खिलाफ वीडियो बयान जारी करके नाराजगी भी व्यक्त की थी। इसी वजह से उनकी अकाल दल से दूरी बढ़ गई थी। सरबजीत मक्कड़ लगातार कैंट हलके में सक्रिय थे। कई गांवों में उनके समर्थन में बड़ी मीटिग हुई हैं। मक्कड़ के भाजपा में आने से कैंट में भाजपा टिकट के दावेदारों के लिए भी रास्ता कठिन होगा। कैंट से दीवान अमित अरोड़ा, अमरजीत सिंह अमरी व अमित तनेजा भाजपा टिकट के दावेदार हैं।
सरबजीत मक्कड़ भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ते हैं तो भी और अगर टिकट नहीं मिलती है तो भी अकाली दल के लिए नुकसान का कारण जरूर बन जाएंगे। उनका अपना एक वोट बैंक हैं जिसका उनके साथ ही जाने की प्रबल संभावना है। मक्कड़ जल्द ही कैंट हलके में बड़ा शक्ति प्रदर्शन करके अपने समर्थकों को भाजपा में शामिल करवा सकते हैं। वह जालंधर वेस्ट, सेंट्रल और नार्थ हलके में भी प्रभाव रखते हैं और अकाली-बसपा उम्मीदवारों को नुकसान पहुचाएंगे। वह आदमपुर से विधायक रहे हैं। आदमपुर सीट एससी वर्ग के लिए आरक्षित होने के बाद मक्कड़ को कपूरथला भेजा गया था लेकिन वहां सफलता नहीं मिली। भाजपा में शामिल होने के बाद सरबजीत सिंह मक्कड़ ने दावा किया है कि वह कैंट सीट से ही चुनाव लड़ेंगे और भाजपा के सीनियर नेताओं ने उनकी टिकट देने का वादा किया है। अकाली दल के लिए यह जालंधर में बड़ा झटका है वह भी उस समय जब पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल खुद दो दिन के जालंधर दौरे पर हैं।