आत्मविश्वास से हर समस्या का हल संभव : प्रिं. बरिंदर कौर
आत्मविश्वास रूपी बल से हर समस्या का हल संभव है। अक्सर विद्यार्थी एक पेपर थोड़ा खराब होने पर ही घबरा जाते हैं कि आगे के पेपर न जाने कैसे होंगे।
जागरण संवाददाता, जालंधर : आत्मविश्वास रूपी बल से हर समस्या का हल संभव है। अक्सर विद्यार्थी एक पेपर थोड़ा खराब होने पर ही घबरा जाते हैं कि आगे के पेपर न जाने कैसे होंगे। ऐसे में एकाग्रता बनाए रखते हुए यह ध्यान रखें कि पिछली परीक्षा की भरपाई आगे के पेपरों में कैसे करना है। थोड़ी ज्यादा मेहनत करके पिछले खराब हुए पेपर की भरपाई की जा सकती है। इसलिए कभी भी निराश न हों, बस हर परिस्थिति का सामना करते हुए आगे बढ़ते रहें।
ये सीख सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल लाडोवाली रोड की प्रिसिपल बरिदर कौर ने दैनिक जागरण द्वारा स्कूल में करवाए गए संस्कारशाला प्रोग्राम के तहत प्रार्थना सभा में विद्यार्थियों को संस्कारों और आत्मविश्वास की महत्ता बताते हुए दी। उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसा कोई काम नहीं है जो मुमकिन नहीं है। हर काम मुमकिन है, बस उसे करने के लिए मेहनत, लग्न का रास्ता अपनाना होगा। आज समय की जरूरत है कि नौजवान पीढ़ी को संस्कारों के प्रति जागरूक करने व उन्हें संस्कारों से जोड़ने के लिए गतिविधियां करवाई जाएं। संस्कारों की पहली शुरुआत घर से माता-पिता करते हैं और उसके बाद शिक्षक ज्ञान के जरिए संस्कारों से जुड़े रहने की समझ देते हैं। संस्कार हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा हैं। पुराने समय में हमारे बुजुर्ग हमें घर में ही संस्कारों की शिक्षा देते थे। पहले ज्वाइंट फैमिली होती थी। हम छोटी फैमिली होने लगी है। ऐसे में हम अपने संस्कारों से दूर होते जा रहे हैं। हमें अपने संस्कारों को बचाए रखने के लिए घर में ही बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए।