काउंसलिंग से दूर की झिझक, दो साल मे बांटे 15 हजार पैड्स
फाजिल्का के स्कूलो मे छात्राओ को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने व बीमारियो से बचने की कवायद रेडक्रॉस ने दो साल पहले शुरू कर दी थी। दो साल पहले सात स्कूलो मे नौ सेनेटरी वेडिंग मशीने लगाई गई थी।
अमृत सचदेवा, फाजिल्का : फाजिल्का के स्कूलो मे छात्राओ को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने व बीमारियो से बचने की कवायद रेडक्रॉस ने दो साल पहले शुरू कर दी थी। दो साल पहले सात स्कूलो मे नौ सेनेटरी वेडिंग मशीने लगाई गई थी। हालांकि, शुरुआत मे छात्राओ की झिझक के कारण रेडक्रॉस व स्कूल प्रशासन को मुश्किले आई, लेकिन छात्राओ की काउंसलिंग के बाद अब यह समस्या भी खत्म हो चुकी है। इन सात स्कूलो मे दो साल मे छात्राओ को 15 हजार सेनेटरी पैड्स बांटे जा चुके है।
गर्ल्स सीनियर सेकेडरी स्कूल फाजिल्का के ¨प्रसिपल संदीप धूडि़या का कहना है कि शुरुआत के समय छात्राएं वेडिंग मशीन के पास जाने से भी झिझकती थी। फिर मशीनो की इंचार्ज बनाई गई महिला टीचर व महिला डॉक्टरो को बुलाकर समय-समय पर छात्राओ को सेनेटरी पैड्स प्रयोग करने के प्रति जागरूक किया गया। स्वच्छता, आत्मसम्मान व अधिकार का भाव जगाया गया, जिसके बाद अब ये समस्या खत्म हो चुकी है। इसी स्कूल मे अभी तक करीब तीन-तीन सेनेटरी पैड्स वाले करीब तीन हजार सेट वेडिंग मशीनो से बांटे जा चुके है। गांव की छात्राओ के लिए स्टाफ देता है पैसे प्रिंसिपल धूडि़या बताते है कि गांवो से आने वाली छात्राओ के पास पैसे नही होते थे, इसलिए उनके लिए स्कूल का स्टाफ अपनी ओर से पैसे देता है। वेडिंग मशीन मे 10 रुपये डालने पर ही सेनेटरी पैड का सेट मिलता है। डीसी ने दो साल पहले उठाया था कदम फाजिल्का रेडक्रॉस के जरिये डीसी ईशा कालिया ने नोएडा की कंपनी एचएलएल लाइफ केयर लिमिटेड से जिले के सात स्कूलो फाजिल्का, जलालाबाद, अबोहर के गर्ल्स सीनियर सेकेडरी स्कूलो, मंडी लाधूका, ढंडी कदीम, अरनीवाला व घुबाया के सरकारी सीनियर सेकेडरी स्कूलो मे दो साल पहले सेनेटरी नैपकिन वेडिंग मशीनें लगवाई थी। लेडीज वॉशरूम मे लगवाए इंसीनरेटर सरकारी स्कूलो मे सेनेटरी पैड की वेडिंग मशीने लगाने के साथ-साथ इन स्कूलो के लेडीज वॉशरूम मे प्रयोग हो चुकी सेनेटरी पैड को नष्ट करने के लिए इंसीनरेटर भी लगवाए है, जो उसे जलाकर राख कर देते है। ---- रूपनगर मे सात स्कूलो मे सुविधा रूपनगर जिले के लड़कियों के सात सरकारी स्कूलों में नि:शुल्क सेनेटरी पैड उपलब्ध करवाने वाली मशीनें चालू हो चुकी हैं। पर अधिकारिक रूप से इनका उद्घाटन नही हुआ। ये प्रोजेक्ट एसएमएल इसुजू फैक्ट्री सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) प्रोग्राम के तहत जिला प्रशासन के सहयोग से लगा रही है। कंपनी के फाइनांस मैनेजर विवेक चानना ने बताया कि रूपनगर के सरकारी सीसे स्कूल (गर्ल्स) आनंदपुर साहिब, सरकारी सीसे स्कूल (गर्ल्स) नंगल, सरकारी सीसे स्कूल (गर्ल्स) नूरपुरबेदी, सरकारी सीसे स्कूल (गर्ल्स) ढेर, सरकारी सीसे स्कूल (गर्ल्स) तख्तगढ़, सरकारी सीसे स्कूल (गर्ल्स) में सेनेटरी डिस्पें¨सग मशीनें लगी है। --- नवांशहर मे एक मशीन, छह मे प्रस्तावित शहीद भगत ¨सह नगर में एक मशीन चल रही है। छह अन्य स्कूलों में जल्द ही मशीनें लगाई जानी है। यहां भी एसएमएल इसुजू फैक्ट्री ने यह प्रोजेक्ट लगाया है। सरकारी सीनियर सेकेडरी स्कूल (गर्ल्स) राहों, सरकारी सीसे स्कूल (गर्ल्स) उड़ापड़, सरकारी सीसे स्कूल (गर्ल्स) हेडि़यां, सरकारी सीसे स्कूल (गर्ल्स) चक्क बिलगा (बंगा), सरकारी हाई स्कूल खानखाना (बंगा), सरकारी सीसे स्कूल बलाचौर में अभी मशीने लगाई जानी बाकी है। --- पठानकोट मे भी मिल रहा लाभ पठानकोट मे नगर निगम ने स्वच्छता अभियान के तहत शहीद मक्खन ¨सह गर्ल्स सीनियर सेकेडरी स्कूल और एवलन गर्ल्स सीनियर सेकेडरी स्कूलो के अलावा आर्य महिला कॉलेज और श्रीमति रमा चोपड़ा कॉलेज फॉर वूमेन में मशीनों को इंस्टॉल करवाया है। यहां वें¨डग मशीनों को स्कूल व कॉलेजो की लाइब्रेरी और इंसीनरेटर को टॉयलेट में लगाया गया है। एक बार मशीन मे 540 पैड ही रिफल होते है।