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सचिन के दीवाने सुधीर के चाहने वालों की अब दुनिया भर में कमी नहीं

दुनिया भर के खेल मैदानों में सचिन तेंदुलकर के प्रशंसक के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले सुधीर कुमार शुक्रवार को सरदेव ¨सह स्मृति क्रिकेट टूर्नामेंट के मौके पर जालंधर में आइवीवाइ व‌र्ल्ड स्कूल के खेल मैदान में दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए थे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 Jun 2018 07:36 AM (IST)Updated: Sat, 09 Jun 2018 10:23 AM (IST)
सचिन के दीवाने सुधीर के चाहने वालों की अब दुनिया भर में कमी नहीं
सचिन के दीवाने सुधीर के चाहने वालों की अब दुनिया भर में कमी नहीं

सत्येन ओझा, जालंधर

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दुनिया भर के खेल मैदानों में सचिन तेंदुलकर के प्रशंसक के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले सुधीर कुमार शुक्रवार को सरदेव ¨सह स्मृति क्रिकेट टूर्नामेंट के मौके पर जालंधर में आइवीवाइ व‌र्ल्ड स्कूल के खेल मैदान में दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। वे भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार स्पिनर हरभजन ¨सह के कहने पर उनकी अकादमी के खिलाड़ियों का उत्साहव‌र्द्धन करने यहां पहुंचे थे। खिलाड़ियों की हर सफलता पर मैदान में शंखनाद के साथ तिरंगा लहराने का वही चिरपरिचित अंदाज दर्शकों से खचाखच भरे आईवीवाइ के खेल मैदान में भी देखने को मिला।

नेहरा अकादमी व हरभजन ¨सह अकादमी (कैम्ब्रिज फगवाड़ा) की टीम के मध्य शुक्रवार को खेले गए अंडर-17 टी-20 क्रिकेट के फाइनल मैच के मौके पर दैनिक जागरण से खास बातचीत करते हुए सुधीर कुमार ने बताया कि साल 2001 में जब सचिन तेंदुलकर अपने क्रिकेट कौशल से दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच चुके थे, तब वे अपने घर मुजफ्फरपुर बिहार से जमशेदपुर साइकिल से ही जा पहुंचे थे। उस समय वहां भारत व वेस्टइंडीज के मध्य वन डे क्रिकेट मैच खेला जाना था। संयोगवश उस मैच में टेनिस एलवो की समस्या के चलते सचिन मैच नहीं खेले। ऐसे में सुधीर की मुलाकात सचिन से नहीं हो सकी। धुन के पक्के सुधीर ने हिम्मत नहीं हारी, एक बार फिर वे साल 2003 में साइकिल से ही सचिन से मिलने के लिए मुंबई जा पहुंचे। इस बार होटल में सुधीर की मुलाकात सचिन से हो गई। होटल में मुलाकात से सचिन भी सुधीर से काफी प्रभावित हुए, उन्होंने सुधीर को घर बुलाया। इसके बाद तो आने वाले हर मैच में जिस मैदान पर भी सचिन का क्रिकेट कौशल देखने को मिलता था वहां तिरंगे व शंख के साथ सुधीर की उपस्थिति अनिवार्य होती थी।

सचिन के खेल वाले 600 मैचों में (देश व विदेश) सुधीर को तिरंगा फहराने का मौका मिला। जिनमें 298 वनडे, 64 टेस्ट, 78 टी-20 में सचिन के हर शॉट पर सुधीर ने झंडा फहराया। सचिन खुद सुधीर को मैच पास देते थे। सचिन अब भारतीय क्रिकेट का हिस्सा नहीं है, लेकिन पहले सुधीर सचिन के दीवाने बने थे, लेकिन अब सुधीर कई भारतीय क्रिकेटरों के चहेते बन गए हैं। जालंधर में हरभजन ¨सह ने खुद सुधीर को कॉल करके बुलाया, और वे हरभजन का आमंत्रण ठुकरा नहीं पाए। क्रिकेट मैदान में सुधीर के साथ सेल्फी लेने के लिए लोगों की होड़ लगी हुई थी।


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