बारिश ने बिगाड़ी सड़कों की हालत, वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल Jalandhar News
निगम के पास पिछले दो साल में फंड की कमी रही है और शहर की कई प्रमुख सड़कें पिछले दो साल से पैचवर्क के सहारे ही चल रही हैं। ऐसे में अब बरसात के बाद पैचवर्क करना मुश्किल रहेगा।
जेएनएन, जालंधर। अगले तीन महीने शहरवासियों को टूटी सड़कों पर ही चलना होगा। दो बरसातों ने ही शहर की सड़कों की शक्ल बिगाड़ कर रख दी है। यह सड़कें अक्टूबर में ही बनने की संभावना है। बता दें कि निगम के पास पिछले दो साल में फंड की कमी रही है और शहर की कई प्रमुख सड़कें पिछले दो साल से पैचवर्क के सहारे ही चल रही हैं। ऐसे में अब बरसात के बाद इन सड़कों पर पैचवर्क करना मुश्किल रहेगा। सड़कों पर पड़े गढ्डे इतने बड़े हो गए हैं कि सड़क दोबारा बनाए बिना बात नहीं बनेगी।
इन सड़कों में मॉडल टाउन, माडल हाउस, लाडोवाली रोड, महावीर मार्ग के साथ सर्विस लेन, अवतार नगर, मिलाप चौक रोड समेत कई रोड शामिल हैं। प्री-मानसून और मानसून की एक-एक बरसात ने पैचवर्क उखाड़ दिए हैं। इन सड़कों पर गाड़ी चलाना काफी जोखिम भरा है। अब करीब डेढ़ महीना बरसात होगी। इस दौरान सड़कों पर इकट्ठा होगा तो वाहन चालकों को गड्ढों का पता नहीं चलेगा और इससे दुर्घटनाएं बढ़ेंगी। हालांकि निगम ने इन खराब सड़कों को सितंबर के आखिर में बनवाने का प्रोसेस शुरू कर दिया है। इसके लिए टेंडर लगने की तैयारी है, लेकिन सड़कें तभी बनेंगी, जब निगम के पास फंड होंगा।
ट्रैफिक पुलिस का निगम को लेटर, खराब सड़कों से दुर्घटनाओं का खतरा
शहर की खस्ताहाल सड़कों ने ट्रैफिक पुलिस की चिंता बढ़ा दी है। ट्रैफिक पुलिस के एडीसीपी अश्विनी कुमार ने नगर निगम कमिश्नर दीपर्वा लाकड़ा को पत्र लिखकर शहर की सड़कों की खराब हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बरसात में यह सड़कें दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं। सड़कों पर गड्ढे हैं और फुटपाथों पर कब्जे हैं। ऐसे में पैदल चलने वालों को सबसे ज्यादा समस्या है। राहगीर फुटपाथ की जगह पानी से भरी गड्ढों वाली सड़क पर चलने को मजबूर हैं। यह बेहद ही खतरनाक साबित हो सकता है। ट्रैफिक पुलिस ने निगम ने अपील की है कि इन गड्ढों को भरने पर जोर दें। इसके अलावा कई चौकों में ट्रैफिक सिग्नल खराब पड़े हैं। इन्हें भी ठीकर करवाया जाए।