पुलिस को जांच रिपोर्ट का इंतजार, ड्रग इंस्पेक्टर बोलीं-आज जारी करेंगे नोटिस
ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत कौर ने कहा कि मास्क के फैक्ट्री मालिक के पास बिल मिल गए थे। वहीं 500 एमएल वाले सैनिटाइजर का भी रिकॉर्ड फैक्ट्री मालिक ने दिखा दिया था।
जालंधर, जेएनएन। होशियारपुर रोड पर जंडूसिंघा के नजदीक फैक्ट्री से लाखों मास्क व सैनिटाइजर बरामद होने के मामले में पुलिस को सेहत विभाग की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। इस बारे में छापामारी के दौरान मौजूद एएसपी अंकुर गुप्ता ने कहा कि फैक्ट्री पहुंचने के बाद हमने फूड सप्लाई विभाग और ड्रग इंस्पेक्टर को वहां बुलाया था। फूड सप्लाई विभाग ने कहा कि फैक्ट्री में मास्क या सैनिटाइजर रखने की कोई लिमिट तय नहीं है, इसलिए स्टॉक का मामला नहीं बनता।
वहीं, सैनिटाइजर की बोतलों पर कीमत नहीं लिखी थी और जिसने शिकायत की थी उसके साथ भी सरकार के तय किए रेट 100 एमएल के 50 रुपये के दाम से भी कम थे। इस वजह से कालाबाजारी का मामला भी नहीं बना। अब सेहत विभाग ने देखना है कि उनके ड्रग एक्ट के हिसाब से क्या गड़बड़ी मिली है। जांच पूरी होने के बाद अगर कोई गड़बड़ी मिलती है तो पुलिस बयान दर्ज कर फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
वहीं, जांच करने वाली ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत कौर ने कहा कि मास्क के फैक्ट्री मालिक के पास बिल मिल गए थे। वहीं, 500 एमएल वाले सैनिटाइजर का भी रिकॉर्ड फैक्ट्री मालिक ने दिखा दिया था। 100 एमएल की 336 पेटियां यानि करीब 20 हजार बोतल सैनिटाइजर का रिकॉर्ड नहीं मिला है और उन पर कोई लेबल या कीमत भी नहीं थी। फैक्ट्री मालिक का तर्क था कि यह किसी दूसरी पार्टी को सप्लाई करनी थी और लेबल उनका ही लगना था, फिर भी इस मामले में अब फैक्ट्री को नोटिस जारी कर रिकॉर्ड मांगेंगे। जांच के बाद कमी मिली तो फिर अगली कार्रवाई के लिए पुलिस को रिपोर्ट भेज देंगे।
कर्फ्यू नियमों का भी उल्लंघन!
फैक्ट्री में मास्क व सैनिटाइजर को लेकर ही विवाद नहीं बल्कि अब कर्फ्यू नियमों को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। जिला मजिस्ट्रेट ने इस शर्त के साथ फैक्ट्री चलाने की इजाजत दी है कि वहां आने वाले कर्मचारियों को मालिक फैक्ट्री के अंदर रखेगा या फिर खुद लेकर आएगा। मगर, इस फैक्ट्री में आसपास के गांव की कई महिलाएं काम कर रही हैं, जो खुद ही अपने घर से यहां तक आती हैं। इसके बावजूद प्रशासन की तरफ से अभी तक इस मामले का कोई संज्ञान नहीं लिया गया है।