श्रीमद्भागवत कथा का कोई अंत नहीं : स्वामी विज्ञानानंद
भगत सावन मल्ल हाल में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन हरिद्वार से आए स्वामी विज्ञानानंद जी ने प्रवचन दिए।
संवाद सहयोगी, करतारपुर : भगत सावन मल्ल हाल में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन हरिद्वार कनखल से पधारे श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी विज्ञानानंद जी सरस्वती ने ध्यान योग की महिमा बताई। कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का कोई अंत नहीं है। श्रीमद्भागवत जैसी कथा दुनिया में कोई भी नहीं है और भगवान का नाम, भगवान की कथा, ध्यान, स्मरण, कीर्तन करने से मनुष्य के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इस मौके गोशाला के प्रधान बलराम गुप्ता, राजकुमार कौशल, सुदर्शन ओहरी, शामसुंदर पटवारी, मास्टर अमरीक सिंह, कुलदीप अग्निहोत्री, सावन मल्हन, ललित मोहन अग्रवाल, राकेश पुरी, स्वामी राहुल, हरिहर महाराज, विनोद शास्त्री, सोहन लाल शास्त्री, स्वामी राम स्वरूप, अशोक गुप्ता, मोहित गुप्ता, अनीता अग्रवाल, आरती गुप्ता, मंजू गुप्ता, पूजा शर्मा, तृप्ता कौशल, अजय कुमार, राजू, सत्यम,भारत भूषण शर्मा, रितु गौतम, गीता बाहरी, नंद अग्रवाल, मनीष शर्मा, राजेश शर्मा, मनीष सेठ, ओमप्रकाश, ममता अग्निहोत्री, ,रानी मल्हन, रुचि मल्हन, कांता रानी वर्मा, गीता बाहरी, सरजू तिवारी, राहुल पांडे, रामजी शुक्ला, ज्ञानेंद्र अवस्थी, आनंद, विशाल, राघव, अजय पांडे, मोहित कुमार, पंडित वेद प्रकाश, रोहित द्विवेदी, ताराचंद शर्मा, फतेह राम शास्त्री, विष्णु नारायण पांडे, शिवकुमार तिवारी, रामराजा शुक्ला, पंडित जयप्रकाश, पंडित अशोक कुमार, पंडित कैलाश, पंडित जानकी वल्लभ, पंडित मुनीमजी, पंडित पिटू, पप्पू सहित मौजूद रहे।