अस्पताल में सिर्फ एक होमगार्ड का जवान तैनात, रिकॉर्ड से हो सकती है छेड़छाड़
भोगपुर के बाघा अस्पताल में आरोपितों को बचाने के लिए डॉ. एचएस कंग से मिलीभगत कर रिकॉर्ड से छेड़छाड़ की जा सकती है।
संवाद सहयोगी, जालंधर : भोगपुर के बाघा अस्पताल में आरोपितों को बचाने के लिए डॉ. एचएस कंग से मिलीभगत कर रिकॉर्ड से छेड़छाड़ की जा सकती है। अस्पताल में सील कमरों की निगरानी के लिए एएसआइ करनैल सिंह की जगह पुलिस मुलाजिम गुरनाम सिंह और एक होमगार्ड की ड्यूटी लगाई गई है। सोमवार को जब दैनिक जागरण टीम बाघा अस्पताल पहुंची तो अंदर से लोहे के साकल का ताला लगाया हुआ था। बाद दोपहर जब अस्पताल जाने पर देखा तो अंदर से दरवाजा बंद था। बाघा अस्पताल के अंदर सिर्फ एक होमगार्ड का जवान और अस्पताल का स्टाफ मौजूद था। जब होमगार्ड से एएसआइ से मिलने की बात की गई तो उसने अंदर आने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में एएसआइ गुरनाम सिंह है ही नहीं। उसने दरवाजा नहीं खोला जबकि अंदर से स्टाफ की आवाजें आ रही थीं।
लोगों का आरोप है कि भोगपुर पुलिस और सेहत विभाग पहले भी बाघा अस्पताल का बचाव कर चुके हैं। इसलिए इस बार भी मामले को लेकर भोगपुर पुलिस पर विश्वास नहीं किया जा सकता। अंदर मौजूद अस्पताल स्टाफ या फिर पीछे के रास्ते से कोई भी अंदर आकर रिकॉर्ड से छेड़छाड़ कर सकता है।
इस संबंध मे जब एसएचओ भोगपुर सुरजीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ब्लॉक समिति चुनाव के चलते मुलाजिमों की कमी है। इसीकारण अंदर से साकल लगाकर अस्पताल बंद कर दिया गया है ताकि अंदर कोई न जा सके। उन्होंने कहा कि मिलीभगत का सवाल ही पैदा नही होता। लोगों को गलतफहमी हुई होगी।