ओपन माइक में सूफी साहित्यकार बुल्ले शाह को याद किया
दैनिक जागरण, पंजाबी जागरण तथा सरकारी कालेज ऑफ एजुकेशन के संयुक्त प्रयासों से मां बोली पंजाबी को समर्पित 'ओपन माइक' प्रोग्राम करवाया गया। ओपन माइक के जरिए हर किसी को खुली सोच रखते हुए अपने विचार साझा करने के लिए खुला मंच प्रदान किया गया।
जालंधर : दैनिक जागरण, पंजाबी जागरण तथा सरकारी कालेज ऑफ एजुकेशन के संयुक्त प्रयासों से मां बोली पंजाबी को समर्पित 'ओपन माइक' प्रोग्राम करवाया गया। ओपन माइक के जरिए हर किसी को खुली सोच रखते हुए अपने विचार साझा करने के लिए खुला मंच प्रदान किया गया।
इस मौके जागरण ग्रुप के महाप्रबंधक नीरज शर्मा बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। सूफी संत बीबी गुरबख्श कौर, डेरा बाबा शेख फरीद, चक्क वेंहडल, हरभजन ¨सह व सु¨रदर कुमार सैनी विशेष रूप से पहुंचे। प्रोग्राम का आगाज ¨प्रसिपल गुरचरण ¨सह तलवाड़ा ने आए मेहमानों का स्वागत करके किया। साथ ही साईं बुल्ले शाह की पंजाबी बोली को देन व उनके सूफी जीवन पर प्रकाश डाला।
डॉ. गुर¨वदर कौर मुखी पंजाबी विभाग के प्रयासों से छात्रा मनप्रीत कौर ने साईं बुल्ले शाह के जीवन पर प्रकाश डाला। इसके बाद कविता 'पुछदे हो मेरे दिल दी बोली, हां जी हां पंजाबी ए' को बेहद खूबसूरत अंदाज में पेश किया। प्रो. प्रभजोत कौर की अगुवाई में बीएड की छात्राओं ने सूफी कलाम 'नी मैं जाणा जोगी दे नाल' पेश किया। हरप्रीत ¨सह ने 'बुल्ला की जाणा मैं कौन' पेश किया। संत बीबी गुरबख्श कौर ने साईं बुल्ले शाह के बारे विचार साझा किए।
जागरण ग्रुप के महाप्रबंधक नीरज शर्मा ने जागरण ग्रुप की प्राप्तियों पर प्रकाश डालते हुए ओपन माइक जैसे प्रोग्राम के उद्देश्य को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि पंजाब, पंजाबी व पंजाबियत को प्रफुल्लित करने के लिए जागरण हमेशा प्रयासरत रहेगा। इस मौके अरुणदीप ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर दैनिक जागरण के ब्रांड मैनेजर नवीन शर्मा और पंजाबी जागरण के ब्रांड मैनेजर पवनदीप ¨सह भी मौजूद थे।